आज की लाइफ में कम उम्र में जोड़ो का दर्द थकान और कमजोरी के कारण होना शुरू हो जाता है. किन्तु आप शायद ही यह बात जानते होंगे कि ये दर्द आर्थराइटिस बीमारी यानी की गठिया का भी संकेत हो सकता है. एक अनुमान के अनुसार, डॉक्टर्स कहते है कि हमारे देश में हर छह में से एक व्यक्ति आर्थराइटिस से पीड़ित है, इसके साथ ही युवाओं में इस बीमारी के मामले बढ़ रहे है.
बिगड़ती लाइफस्टाइल के कारण यह बीमारी तोहफे में मिल रही है. अधिक देर तक बैठ कर काम करना, कम से कम चलना, मोटापा, जंक फ़ूड का सेवन और विटामिन डी की कमी के कारण अर्थराइटिस होने की आशंका बढ़ जाती है. व्यायाम करने से मसल्स मजबूत रहती है. मसल्स में लचीलापन बना रहता है और जोड़ो को भी इनसे सपोर्ट मिलता है. मोटापे के कारण आर्थराइटिस के चांसेस बढ़ जाते है.
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अच्छी डाइट, फिजिकल एक्टिविटी के कारण इस बीमारी के होने के आसार कम हो जाते है. विटामिन डी भी हड्डियों के लिए जरूरी होता है, इसलिए सुबह के समय धूप में जरूर टहले.