हाथरस बिटिया के मामले में आरोपी रवि ने एक सप्ताह में दो बार जेल के फोन पर अपने परिजनों से बातचीत की है। खुद जेल प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। कोरोना काल में जेल में इस समय बंदियों से मिलाई पर रोक लगी हुई है। ऐसे में नियमानुसार जेल के बंदी अपने परिजनों से फोन पर बातचीत कर सकते हैं।
बिटिया के मामले में आरोपी रवि ने एक सप्ताह में अपने परिजनों से दो बार बातचीत की है। अन्य किसी आरोपी ने बातचीत नहीं की है। जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया है कि नियमानुसार बंदी रवि की दो दिन अपने परिजनों से फोन पर बात कराई गई है।
सीबीआई की टीम फिर बिटिया के गांव पहुंची। टीम ने करीब साढ़े तीन घंटे तक आरोपियों के घरों को खंगाला और कपड़ों से लेकर मोबाइल फोन तक के बारे में जानकारी ली और परिवार के सदस्यों के फोन की कॉल डिटेल देखी। हालांकि, आरोपियों के परिजनों से टीम ने अभी विस्तार से पूछताछ नहीं की। इसके अलावा सीबीआई ने कई अन्य लोगों से भी कैंप कार्यालय में पूछताछ की और विभिन्न पहलुओं को लेकर जांच पड़ताल की।
सीबीआई की टीम सुबह करीब साढ़े दस बजे बिटिया के गांव पहुंची। टीम सबसे पहले आरोपी संदीप, रामू व रवि के घरों पर गई। इन सभी के घर एक ही परिसर में हैं। थोड़ी देर बाद दूसरी टीम ने आरोपी लवकुश के घर जाकर बारीकी से निरीक्षण किया। लवकुश का घर इन तीन आरोपियों के घर से थोड़ी दूर पर है। टीम ने वहां करीब दो घंटे तक गहनता से छानबीन की।
परिजनों से यह भी पूछा कि उस दिन आरोपी कौन से कपड़े पहने थे, हालांकि परिजन इसे लेकर संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। सूत्रों की मानें तो कुछ सामान टीम अपने साथ ले गई है। जिसमें कपड़े आदि शामिल हैं। अब सीबीआई बिटिया के परिजनों से फिर पूछताछ कर सकती है और जेल में जाकर आरोपियों से भी पूछताछ कर सकती है। आरोपियों को रिमांड पर भी ले सकती है।