एजेंसी/ सूर्यकुंड और चंद्रकुंड पवित्र किए गए जल का एक कुंड हैं। यहां आने वाले लोग मुख्य मंदिर में जाने से पहले इनमें डुबकी लगाते हैं। विशाल ग्रेनाइट पत्थरों से तैयार किए गए चौकोर कुंड धरती में क्रमश: 20 फीट और 30 फीट गहरे हैं। सूर्यकुंड पुरुषों के लिए है जिसमें तीन रसलिंग हैं और चंद्रकुंड स्त्रियों के लिए बनाया गया है जिसमें एक रसलिंग प्रतिष्ठित है।
इनके जल को लगभग 660 किलोग्राम के डूबे हुए रसलिंग से ऊर्जावान बनाया गया है। इस जीवंत जल में डुबकी लगाने से आध्यात्मिक ग्रहणशीलता काफी बढ़ती है और साथ ही यह शरीर का कायाकल्प भी करता है। लोग ध्यानलिंग में जाने से पहले इसमें डुबकी लगाते हैं।
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