पारिवारिक सुख और समृद्धि के वाहक शुक्रदेव अपने शत्रु की राशि में प्रवेश करने वाले हैं। उनके इस प्ररिवर्तन से ये चार राशि वाले सबसे ज्याद प्रभावित होंगे।
शुक्र ग्रह 20 दिसंबर को शाम 6.30 बजे वृश्चिक से धनु रशि में प्रवेश करेंगे। गुरु और शुक्र दोनों शत्रु ग्रह हैं। मंगल की रशि से बृहस्पति की राशि में शुक्र ग्रह प्रवेश करेंगे।
11 दिसंबर को सुबह 8.38 बजे से शुक्र के अस्त होने के साथ ही विवाह समेत अन्य शुभ कार्यों पर विराम लग गया है। साथ ही 16 दिसंबर को सूर्यदेव के धनु राशि में प्रवेश करते ही खरमास भी शुरू हो जाएगा। खरमास तो मकर संक्रांति को समाप्त हो जाएगा लेकिन शुक्र अस्त होने के कारण शुभ कार्यों पर विराम बरकरार रहेगा।
इसके बाद तीन फरवरी को शुक्र उदय होंगे और उनका बालत्व खत्म होने पर सात फरवरी से लग्न आदि शुभ कार्य प्रारंभ हो जाएंगे। 14 मार्च को फिर खरमास लग जाएगा। आचार्य डा. सुशांत राज ने बताया कि सूर्य ग्रह 15 दिसंबर को मंगल की राशि वृश्चिक से बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही धनुर्मास (मलमास) प्रारंभ होगा। तब तक सभी शुभ कार्य वर्जित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रह मंगल की राशि वृश्चिक से बृहस्पति की धनु राशि में 15 दिसंबर की रात 3 बजे प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही धनुर्मास शुरू हो जाएगा। शास्त्रों के मुताबिक इस दौरान विवाह सहित अन्य मंगल कार्य वर्जित होते हैं।
इसी माह सूर्य भी अपनी राशि बदलने वाले हैं। इसका असर पृथ्वी पर पड़ रहा है। इससे स्वास्थ्य संबंधी विकार बढ़ रहे हैं। पूस माह में कुछ उपायों को अपनाकर ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचा जा सकता है। इसमें गुरुवार के दिन भगवान के चरणों में पीले पुष्प अर्पित करना चाहिए।
केला या पीली वस्तुओं का दान शुभता प्रदान करता है। इसी तरह शनि की शांति के लिए पीपल पर जल चढ़ाने के साथ ही धूप-दीप अर्पित करना चाहिए। यदि शनि से संबंधित पीड़ा है तो शाम को पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना लाभकारी होता है।
इन राशियों पर पड़ेगा असर
शुभ – मेष, सिंह, कुंभ, वृश्चिक
अशुभ – वृषभ, कन्या, मकर, तुला
मिश्रित – मिथुन, कर्क, मीन, धनु
2018 में 12 शुभ मुहूर्त
फरवरी – 7,8,9,12,18,20,23
मार्च – 3, 5, 7, 8, 12