मैं 22 साल की विवाहित महिला हूं. मेरे पति की उम्र 31 साल है. हमारे विवाह को 1 साल हो चुका है, लेकिन चाहने पर भी मेरी गोद नहीं भरी. मुझे क्या करना चाहिए कि मैं मां बनने का सुख प्राप्त कर सकूं?
जवाब
शायद आप यह सचाई तो जानती ही होंगी कि महिला के प्रैगनैंट होने के लिए यह जरूरी है कि पतिपत्नी उन दिनों शारीरिक संबंध बनाएं जिन दिनों महिला में संतान उत्पत्ति का संजोग बनता है. यह संजोग महिला के मासिकचक्र के मध्य में ओवरी से डिंब छूटने के 48 से 72 घंटे पहले से और डिंब छूटने के 48 घंटे बाद तक चरम पर होता है. उस दौरान हुए समागम में यदि पति के शुक्राणु बीज पत्नी के डिंब से मेलमिलाप कर लेते हैं तभी प्रैगनैंसी हो पाती है.
अच्छा यही होगा कि आप अपने पति के साथ किसी इन्फर्टिलिटी विशेषज्ञ से सलाह लें.
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार देश में 15% दंपती चाहत रखते हुए भी संतानसुख प्राप्त नहीं कर पाते. निस्संतानता की यह समस्या मात्र महिलाओं से जुड़ी नहीं होती. संतान न होने के 25-40% मामलों में परेशानी पुरुष बंध्यत्व से जुड़ी होती है. 40% मामलों में कमी महिला की प्रजनन क्षमता में होती है. 10% मामलों में मसला स्त्रीपुरुष दोनों से जुड़ा होता है और लगभग इतने ही मामलों में सभी जांचपरीक्षणों के बावजूद यह साफ नहीं हो पाता कि प्रैगनैंसी किस वजह से नहीं हो पा रही.
अच्छा होगा कि आप अपने पति के साथ किसी योग्य इन्फर्टिलिटी विशेषज्ञ से मिलें. हो सकता है कि आप की समस्या बिलकुल छोटी सी हो और उस का हल बहुत जल्दी निकल जाए. यों भी आप की उम्र आप दोनों के हक में है. 19 से 25 के बीच की उम्र महिला में मां बनने के लिए सब से अच्छी उम्र पाई गई है. इस दौरान उस के प्रजनन अंग, यौन हारमोन और मनोदैहिक लय प्रजनन के लिए सब से अनुकूल अवस्था में होती है.