भारी बारिश के कारण देश के कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. वहीं पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन के कारण खतरा बढ़ता जा रहा है. कहीं भूस्खलन हो रहा है, तो कहीं बादल फट रहे हैं. लाखों लोग बारिश के बाद बाढ़ के पानी में घिरे हुए हैं. वहीं उत्तरप्रदेश में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
उत्तराखंड की खूबसूरत वादियां बाढ़ के संकट का सामना कर रही है. पिथौरागढ़, धारचूला, अल्मोड़ा समेत घाटी से सटे कई इलाके बुरी तरह बाढ़ की चपेट में घिरे हुए है.
बारिश के चलते उत्तराखंड बच नहीं पाया है. भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई. इससे अन्य राज्य हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश प्रभावित हो रहे हैं.
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वहीं मंगलवार को भी पिथौरागढ़ के बरम क्षेत्र में बादल फट गया. बादल फटने से भारी नुकसान की आशंका है. बादल फटने से एक मोटर पुल बह गया है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें स्पॉट पर पहुंच गईं.
चंबा में भी बादल फटा और इसके चलते अब तक 21 लोगों की मौत हो गई है. बादल फटने से कई गांवों से सपंर्क टूटा. इससे 4हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए है. वहीं पंजाब के पठानकोट में एयरपोर्ट रोड टूट गई.
पहाड़ों पर हुई बारिश के चलते रामनगर के ढेला बैराज से पानी छोड़ने के कारण काशीपुर में बाढ़ आ गई. पानी के अधिक बहाव के कारण इलाके की कई बस्तियां जलमग्न हो गईं और खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा.
वहीं उत्तराखण्ड में प्रशासन ने बाढ़ के चलते लोगों को यात्रा आदि से बचने की हिदायत दी है.
उत्तरप्रदेश में भी कई जगह नदियां उफान पर है. आजमगढ़ में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. तो वहीं पीलीभीत में शारदा नदी भी उफान पर है.
बता दें कि बाढ़ के कारण 24 गांव प्रभावित हुए है. इसके साथ ही लोगों की जिंदगी बेहाल हो गई है. ट्रैफिक जाम हो गाया. आवागमन में भी परेशानी हो रही है.