रूस ने बीते सात फरवरी को यूक्रेन पर हमले के दौरान हाइपरसोनिक जिरकॉन मिसाइल दागी थी। कीव के एक वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान के फारेंसिक परीक्षणों के प्रमुख ने सोमवार को यह जानकारी दी।
वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान के निदेशक ने दी जानकारी
संस्थान के निदेशक आलेक्जेंडर रुविन ने प्रारंभिक विश्लेषण का हवाला देते हुए अपने टेलीग्राम चैनल पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मिसाइल के टुकड़ों और उन पर दर्ज विवरण से उसके जिरकान होने की बात प्रमाणित होती है।
1,000 किमी की दूरी तय करती है मिसाइल
उन्होंने मिसाइल मलबे को दिखाने के लिए एक वीडियो भी पोस्ट किया है। यह मिसाइल 1,000 किमी की दूरी तय करती है। इसकी रफ्तार ध्वनि की गति से नौ गुना तेज है। सैन्य विश्लेषकों के अनुसार, इसकी हाइपरसोनिक गति बहुत मायने रख सकती है।
जून 2022 में किया था जिरकॉन का परीक्षण
उल्लेखनीय है रूस ने जून 2022 में कहा था कि उसने जिरकॉन का परीक्षण पूरा कर लिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जिरकॉन को बेजोड़ हथियार प्रणालियों की नई पीढ़ी का हिस्सा बताया था। बता दें कि सात फरवरी को यूक्रेन में हुए हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए और आवासीय भवनों और बुनियादी ढांचे को भारी क्षति हुई थी। रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से इस बारे में अभी तक कोई बयान नहीं दिया गया है।
 Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal
 
		
 
 
						
 
						
 
						
 
						
 
						
