यूक्रेन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि रूसी सैनिकों ने 24 फरवरी को युद्ध होने के बाद से डोनेट्स्क में 43 धार्मिक इमारतों को नष्ट कर दिया है। इसमें से अधिकांश इमारतें मास्को पितृसत्ता के यूक्रेनी रूढ़िवादी चर्च से संबंधित हैं। उक्रेइंस्का प्रावदा ने बताया कि रविवार को एक सोशल मीडिया बयान में डोनेट्स्क ओब्लास्ट सैन्य प्रशासन के प्रमुख पावलो किरिलेंको ने कहा, ‘कल स्वियातोहिर्स्क लावरा (मठ) का आल-होली स्केट (आश्रय) गोलाबारी के परिणामस्वरूप जल गया। लेकिन यह पहली धार्मिक इमारत नहीं है जिसे रूसियों ने नष्ट कर दिया है।’
उन्होंने कहा कि स्वियातोहिर्स्क लावरा (Sviatohirsk Lavra) में ही तीन विरासत स्मारक हैं, रूसियों ने ऐतिहासिक और स्थापत्य संग्रहालय को नुकसान पहुंचाया और चर्च, दो आश्रम और दो सेल भवनों को नष्ट कर दिया, जिससे चार भिक्षुओं की मौत हो गई।
मास्को पितृसत्ता से संबंधित 43 धार्मिक इमारतें नष्ट
किरिलेंको ने कहा, ‘कुल मिलाकर रूसियों ने पहले ही इस क्षेत्र में कम से कम 43 धार्मिक इमारतों को नष्ट या क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिनमें से अधिकांश मास्को पितृसत्ता से संबंधित हैं।’ शनिवार को एक भीषण आग ने डोनेट्स्क में हाली डार्मिशन (Holy Dormition) के शिवतोहिर्स्क लावरा के आल-होली स्केट (All-Holy Skete) को अपनी चपेट में ले लिया। उक्रेइंस्का प्रावदा की रिपोर्ट के मुताबिक, मास्को पैट्रिआर्कट के यूक्रेनी रूढ़िवादी चर्च ने कहा कि यह ‘सैन्य अभियानों के परिणामस्वरूप’ हुआ।
रूसी आक्रमण से यूक्रेन के सांस्कृतिक केंद्र नष्ट
रूस के आक्रमण में सांस्कृतिक केंद्र जैसे मारियुपोल संग्रहालय (Mariupol Museum) और कीव में मकारिवस्का पब्लिक लाइब्रेरी (Makarivska Public Library), जिसमें अद्वितीय कला और साहित्य शामिल हैं, नष्ट हो गए। द्वितीय विश्व युद्ध में नाजीवाद के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई को समर्पित करने वाली ऐतिहासिक इमारतें और स्मारक, जिसमें ड्रोबिट्स्की यार होलोकास्ट मेमोरियल भी शामिल है, क्षतिग्रस्त हो गए।
यूक्रेन में सात विश्व धरोहर स्थल
यूक्रेन में सात यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, जिनमें कीव में सेंट सोफिया कैथेड्रल, ल्विव का संपूर्ण ऐतिहासिक शहर जिला और स्ट्रुवे जियोडेटिक आर्क शामिल हैं। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने यूक्रेन में ऐतिहासिक स्मारकों और सामाजिक बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए रूस को आतंकवादी राज्य के रूप में निष्कासित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र और यूनेस्को से आह्वान किया है।