संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष मिरास्लोव लाजेक ने देश में महिला किसानों की मदद करने के लिए भारतीय महिला उद्यमी सुनीता कश्यप के प्रयासों की सराहना की है। सुनीता उत्तराखंड के रानीखेत, अल्मोड़ा में महिलाओं की मदद कर रही हैं। लैंगिक समानता और महिला अधिकार विषय पर वैश्विक संगठन को संबोधित करते हुए मिरास्लोव ने भारतीय महिला उद्यमी सुनीता का उदाहरण दिया।
उन्होंने सोमवार को कहा, ‘ग्रामीण महिलाएं नवोन्मेष और नए विचारों का बड़ा स्रोत हैं। इसके लिए सुनीता कश्यप का नाम ले सकते हैं। उनके संगठन उमंग ने भारत में 3000 ग्रामीण महिलाओं को अपनी फसल उगाने और बेचने में सहयोग किया।’ यूएन महिला वेबसाइट पर सुनीता की प्रोफाइल के अनुसार वह महिला उमंग उत्पादक कंपनी (उमंग) की संस्थापक है। यह संगठन उत्तराखंड के अल्मोड़ा और रानीखेत में ग्रामीण महिलाओं द्वारा संचालित होता है।
महिला किसानों और उत्पादकों के स्थानीय स्तर पर स्वामित्व वाला संगठन उमंग बुने हुए कपड़े, ऑर्गेनिक जैम और जैली बेचता है। इसके अतिरिक्त उमंग अपने सदस्यों को लघु ऋण भी उपलब्ध कराता है। इस ऋण का प्रयोग परिवार के सदस्यों की पढ़ाई, पशुओं की देखभाल और अन्य घरेलू कार्यों के लिए किया जाता है। मिरास्लोव ने नैरोबी की युवा महिला मरियम्मा मामेन का भी उदाहरण दिया।