जालंधर। नाइजीरियन युवती फेथ के आका और मुख्य नशा तस्कर नाइजीरियन जॉन उर्फ केसी उर्फ ओस्टो की बैरक से मिले उसके मोबाइल से पुलिस के हाथ कई राज लगे हैं। मोबाइल की जांच में पता चला है कि जॉन के नेटवर्क में दिल्ली में रहने वाली कुल 15 नाइजीरियन लड़कियां थीं। जॉन इनका इस्तेमाल हेरोइन की तस्करी के लिए कोरियर गर्ल के रूप में करता था।
एक बार में एक ही लड़की को डिलीवरी के लिए भेजा जाता था। उसे इसके लिए 10 हजार रुपये दिए जाते थे। हर लड़की का डिलीवरी के लिए नंबर लगभग 20 दिन के बाद ही आता था। पुलिस ने दो दिन पहले जॉन को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। लोहियां पुलिस ने पिछले दिनों पुनीत छाबड़ा, करमजीत सिंह और नाइजीरियन युवती फेथ को एक किलो 5 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था।
तीनों से पूछताछ में पता चला था कि फेथ दिल्ली से आई कोरियर गर्ल थी, जबकि पुनीत फेथ का ट्रांसलेटर था। फेथ को नाभा जेल में बंद जॉन की कॉल आई थी। जॉन के जेल में बंद होने के बाद भी हेरोइन रैकेट चलाने की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन ने चेकिंग की तो उसकी बैरक से वही मोबाइल फोन बरामद हो गया, जिसे जॉन तस्करी के लिए इस्तेमाल करता था।
सबसे अधिक कॉल वाले तीन नंबर बंद
जेल प्रशासन ने मोबाइल बरामदगी के बाद तीन नंबर मिले थे। इन तीनों नंबरों पर जॉन ने सबसे अधिक कॉल की थी। कॉल जॉन की ओर से ही की जाती थी। पुलिस ने उन तीनों नंबरों की जांच की तो वे बंद मिले हैं।