प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नोएडा में दिल्ली मेट्रो की मेजेंटा लाइन का उद्घाटन किया. पीएम ने नोएडा में एमिटी यूनिवर्सिटी में रैली को भी संबोधित किया. अपने संबोधन में मोदी ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की.
उन्होंने योगी को नोएडा आने के लिए बधाई दी. मोदी ने योगी की तारीफ में कहा कि उन्होंने नोएडा को लेकर जो भ्रम बनाए गए थे, उन्हें तोड़ दिया है. मोदी ने योगी की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि आज योगी जी ने नोएडा के साथ जो टीका लगा उसे अपने बल बूते हटा दिया.
रैली में पीएम मोदी बोले कि योगी जी के कपड़े देखकर ये भ्रम फैलाया जाता है कि वे आधुनिक सोच के नहीं हो सकते हैं, सिर्फ मान्यताओं में बंधे हुए सिर्फ पुराण पोथी वाले होंगे. नोएडा को लेकर ऐसी छवि बनाई गई थी कि यहां कोई सीएम नहीं आ सकता, अगर आएगा तो उसकी कुर्सी चली जाएगी. लेकिन योगी जी ने बिना बोले ही इस आचरण को खत्म कर दिया है.
मोदी ने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि अगर कुर्सी जाने के डर से मुख्यमंत्री जीते हैं तो उन्हें CM बनने का हक नहीं है. मान्यताओं में कैद होकर कोई समाज तरक्की नहीं कर सकता है. उन्होंने जिक्र किया कि एक सीएम हैं, जिन्होंने अपनी कार के रंग के कारण उसपर नींबू, बिंदी लगाना शुरू कर दिया था. ऐसे लोग देश को किस तरह आगे ले जाएंगे.
पीएम ने बताया कि जब वे गुजरात के सीएम बने तो उन्हें भी ऐसी 6-7 जगहों के नाम बताए गए जहां जाने पर कुर्सी जाने का खतरा था. लेकिन मैं सुरूआती एक साल में ही वहां पर गया जहां तीन दशक से कोई नहीं गया था. मैं हर जगह गया, शान से गया और सबसे लंबे समय तक गुजरात का सीएम रहा.
ऐसा है इतिहास…
गौरतलब है कि यूपी की सियासी जमात के बीच अनकही मान्यता है कि मुख्यमंत्री रहते हुए जो भी शख्स नोएडा पहुंचेगा, उसकी सत्ता छिन जाएगी. अपशगुन का ये चक्रव्यूह इतना खतरनाक माना जाता है कि 19 सालों में सिर्फ मायावती ने ही बतौर सीएम नोएडा का दौरा किया था. अब मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मिथक को तोड़ दिया है.
पिछली सरकार के मुखिया अखिलेश यादव 5 साल में एक बार भी नोएडा कदम रखने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. नोएडा से जुड़ी कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास अखिलेश ने लखनऊ बैठे-बैठे ही कर डाला.