मेरठ। वेस्ट यूपी की एक प्रमुख औद्योगिक नगरी मेरठ में कल दिनदहाड़े डबल मर्डर के मामले में आज पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के जरिये पहचान कर दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया। इस वारदात में कुल चार लोग शामिल थे, दो अन्य की तलाश जारी है।
मेरठ में कल परतापुर थाना क्षेत्र के सोरखा गांव में घर पर बैठे मां-बेटे को बदमाशों ने गोलियों से भून दिया। बदमाशों ने बेटे को मौत के घाट उतारने के बाद घर के बाद चारपाई पर बैठी मां को 25 सेकेंड में करीब 10 गोलियां मारी। दिनदहाड़े तीन युवकों ने घर में घुस कर मां निचित्रा (55) और बेेटे भोलू उर्फ बलविंदर (26) को गोलियों से भून डाला। इस घटना की खबर मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी।
एसएसपी मंजिल सैनी इस घटना की सूचना पर पुलिस के साथ मौके पर पहुंची थीं। डॉग स्क्वॉड, फिंगरप्रिंट दस्ता और फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने भी सैम्पल लिए हैं। घटना स्थल से पुलिस को एक दर्जन खोखा कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर मामले की पड़ताल शुरू कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि हत्या की इस वारदात को पुरानी रंजिश के चलते अंजाम दिया गया है। हत्यारों की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान हो गई है। फरार दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेई ने भी कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए अपराधियों को सीधे एनकाउंटर करने के लिए दिए हैं। अधिकारी सही से काम नहीं कर रहे हैं। वह खुद थाने पहुंचे और लापरवाह पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग की। इसके बाद एसएसपी मंजिल सैनी ने इंस्पेक्टर सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
मांगे व उसका भांजा गोलू गिरफ्तार
एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि वारदात के वक्त दूसरी चारपाई पर मौजूद चश्मदीद कंचन व वीरवती ने बताया कि दो हत्यारे मांगे व उसका भांजा गोलू था तीसरा कौन था वह नहीं जानती। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि भोलू उर्फ बलविंदर और उसकी मां निचित्रा की हत्या पुलिस की लापरवाही से हुई। 16 अक्टूबर 2016 को भोलू के पिता और निचित्रा के पति नरेंद्र की भी रंजिश में हत्या की गई थी।
हत्या के मामले में पत्नी निचित्रा कौर चश्मदीद गवाह गवाह थी। बताया जा रहा है कि गुरूवार को कोर्ट में गवाही होनी थी लेकिन इससे पहले उनकी हत्या कर दी गई। नरेंद्र की हत्या में नामजद आरोपी जेल में बंद है। मृतकों से हत्यारे लगातार गवाही ना देने का दबाव बना रहे थे। इसके चलते उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। लेकिन पुलिस ने उन्हें सुरक्षा नहीं प्रदान की। पुलिस से सुरक्षा ना मिलने के बाद ही मृतकों ने घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। कानून के जानने वालों के मुताबिक, हत्या के चश्मदीद को पुलिस सुरक्षा देने का प्रावधान है।
घटना से नाराज मेरठ की एसएसपी मंजिल सैनी दहल ने परतापुर के इंस्पेक्टर रघुराज, एसएसआई संजय कुमार, हल्का इंचार्ज दिलशाद अहमद और बीट कांस्टेबल पंकज, अंकुश को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक हत्यारोपी गोलू उर्फ तरुण को गिरफ्तार कर लिया है। अब उससे पूछताछ की जा रही है।