मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच कर रही सीबीआई ने सोमवार को जिले के बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिलीप वर्मा को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे कांड के खुलासे के बाद से ही दिलीप वर्मा फरार था मगर आखिरकार वह सीबीआई के हत्थे चढ़ गया.
सोमवार सुबह वह मुजफ्फरपुर स्थित अपने आवास पर परिवारवालों से मिलने आया था. इसी दौरान सीबीआई को दिलीप वर्मा के मुजफ्फरपुर में होने की जानकारी मिली. सीबीआई की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दिलीप वर्मा के घर पर छापेमारी की और वहां से उसे गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई फिलहाल दिलीप वर्मा को किसी गुप्त स्थान पर रख कर उससे पूछताछ कर रही है.
मुजफ्फरपुर कांड में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत दिलीप वर्मा को भी आरोपी बनाया गया था. दिलीप वर्मा को गिरफ्तार करने के लिए जुलाई में बिहार पुलिस ने विशेष पॉक्सो कोर्ट में उसके खिलाफ वारंट जारी करने के लिए अर्जी भी दायर की थी. इस कांड में आरोपी बनाए जाने के बाद से ही दिलीप फरार था.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के खुलासे के बाद ही 31 मई को जिला बाल संरक्षण इकाई के निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाना में बालिका गृह के संचालक बृजेश ठाकुर समेत 7 महिला कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस मामले में जांच के दौरान पीड़ित लड़कियों के बयान के आधार पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिलीप वर्मा के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
इस पूरे कांड में सीबीआई अभी बृजेश ठाकुर की सहयोगी मधु की तलाश कर रही है. बताया जाता है कि मधु वह महिला है जिसे इस कांड के बारे में पूरी जानकारी थी. बृजेश ठाकुर के सारे काले कारनामों की राजदार मधु अभी भी कानून के गिरफ्त से दूर है. सीबीआई की टीम ने सोमवार को एक बार फिर से मुजफ्फरपुर में मधु के आवास पर छापेमारी की और उसकी मां और बहन से पूछताछ की.