मर्सिडीज में 20 दिसंबर को किशोरी की हत्या करने के मामले में पुलिस अब जीएसआर (गनशॉट रेजीड्यू) टेस्ट का सहारा लेगी। हत्या के मुख्य अरोपी शुभम ने पुलिस को बयान दिया था कि गोली उसने नहीं, बल्कि किशोरी ने खुद ही चलाई थी।
पुलिस ने जीएसआर टेस्ट के लिए मृत किशोरी, आरोपी शुभम और उसके दोस्त योगेश के हाथों के निशान लिए हैं, जिसका नतीजा डेढ़ से दो महीने में आएगा। पुलिस ने हत्याकांड के 40 घंटे बाद शुभम को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने शुभम के कपड़े भी जांच के लिए भेजे हैं। ऐसी संभावना है कि शुभम ने हत्या के बाद अपने हाथ धो लिए होंगे, लिहाजा उसके कपड़ों की भी जांच की जाएगी।
जीएसआर में हथियार और जो इसे चला रहा होता है, दोनों का टेस्ट होता है। इसमें पिस्तौल चलाते समय जो भी कैमिकल निकलता है, उसके कण गोली चलाने वाले के हाथ या कपड़े पर आ जाते हैं। इसके अलावा हथियार के अगले सिरे पर भी कुछ कण जमा हो जाते हैं। इन दोनों का मिलान किया जाता है। यदि रिपोर्ट सकारात्मक आती है तो इसका आशय है गोली चलाने वाला और हथियार एक ही है।