चंदौली। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के वाहनों का काफिला जाम में फंसने के मामले में एक इंस्पेक्टर तथा दारोगा के साथ तीन अन्य को निलंबित कर दिया गया है। चंदौली के नौबतपुर बॉर्डर पर शुक्रवार रात उनके वाहनों का काफिला सड़क जाम में फंस गया था।
मंत्री सूर्य प्रताप शाही के वाहनों का काफिला जाम में फंसने के मामले में सैयदराजा इंस्पेक्टर, एक दारोगा समेत चार कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। तीन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी नौबतपुर में ट्रैफिक कण्ट्रोल में लगी थी। इंस्पेक्टर के खिलाफ मामले की भनक न लगने के लिए करवाई की गई। इस मामले में वन एवं व्यापार कर अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई के आसार। मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रमुख सचिव से कार्रवाई की बातचीत की थी।
उधर जाम में फंस जाने के कारण चंदौली में रुके सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि यूपी व बिहार बॉर्डर के नौबतपुर में वन, व्यापार, पुलिस, परिवहन अफसरों की भूमिका की जांच होगी । मंत्री अपने वाहनों के जाम में चार घंटे फंसने की वजह तलाश रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई कार्यालय का निरीक्षण भी किया।
गौरतलब है कि नौबतपुर बॉर्डर पर शुक्रवार रात सूबे के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही चार घंटे जाम में फंस गए। जिसके कारण उनकी ट्रेन छूट गई। उनको मुगलसराय से केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के साथ राजधानी एक्सप्रेस से कहीं जाना था। वहां पर भाजपाई काफी कोशिशों के बाद भी मंत्री को जाम से निकालने में रहे नाकाम। इसके बाद आक्रोशित मंत्री आइजी समेत बड़े अधिकारियों के साथ वाराणसी से नौबतपुर के लिए फिर से रवाना हो गए। जहां पर उन्होंने सड़क पर बड़े जाम की वजह जानी। इसके कारण वाराणसी व चंदौली प्रशासन में खलबली मच गई।