लखनऊ के पिच क्यूरेटर को भारत बनाम न्यूजीलैंड दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच के लिए पिच बनाने के लिए कथित तौर पर बर्खास्त कर दिया गया है। इस पिच पर दोनों टीमों के स्पिनरों को अत्यधिक टर्न मिला था। ऐसे में मैच लो स्कोरिंग था। यहां तक कि बल्लेबाजों के लिए रन बनाना लगभग असंभव हो गया था। पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुनने वाली न्यूजीलैंड की टीम ने अपने 20 ओवरों में 8 विकेट पर 99 रन ही बनाए थे। भारत ने 20वें ओवर की पांचवीं गेंद पर 6 विकेट शेष रहते लक्ष्य हासिल किया था। न्यूजीलैंड की टीम की तरफ से 17 ओवर स्पिनरों ने फेंके थे। हालांकि, अब इस मैच की पिच से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है।
कप्तान हार्दिक पांड्या ने मैच के बाद पिच को लेकर कहा था, “सच कहूं तो अब तक हमने जितने भी मैच खेले हैं, उनमें ये सदमा देने वाला विकेट था। मुझे मुश्किल विकेटों से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं, लेकिन ये दोनों विकेट टी20 के लिए नहीं बने हैं। कहीं न कहीं क्यूरेटर या जिस मैदान में हम खेलने जा रहे हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे पिचों को पहले तैयार कर लें।” हालांकि, अब जो खुलासा हुआ है, वह चौंकाने वाला है, क्योंकि टीम इंडिया के मैनेजमेंट के कहने पर ये पिच तैयार हुई थी।
द इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि यह भारतीय टीम प्रबंधन था, जिसने लखनऊ क्यूरेटर से अंतिम समय में पिच बदलने का अनुरोध किया था। रिपोर्ट में कहा गया है, “सूत्रों के अनुसार, क्यूरेटर ने मैच के लिए पहले से दो काली मिट्टी की पिचें तैयार की थीं। हालांकि, मैच से तीन दिन पहले टीम मैनेजमेंट के अंतिम समय के अनुरोध पर क्यूरेटर को एक नई पिच तैयार करने के लिए कहा गया था। लाल मिट्टी से पिच तैयार करने की बात कही गई थी। नई पिच शॉर्ट नोटिस पर पर्याप्त रूप से तैयार नहीं की जा सकती थी। यही कारण था कि ये धीमी परिस्थितियों का भी कारण बनी।”