इसमें दो राय नहीं है कि भारतीय बॉक्सिंग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में प्रोफेशनल मुक्केबाज विजेंदर सिंह का बड़ा योगदान रहा है. अमेच्योर बॉक्सिंग के लेकर प्रोफेशनल बॉक्सिंग तक विजेंदर के मुक्कों की धमक पूरी दुनिया में पहुंची है. यह वजह कि भारत में कई युवा मुक्केबाज विजेंदर बनने की रहा पर निकल पड़े हैं. होनहार युवा मुक्केबाज सागर नवॉट भी अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत में जुटा है.
फिलीपींस के बॉक्सर से मामो भिड़ेंगे सागर
23 साल के सागर दिल्ली में अपने कोच रोशन नथालियल की देखरेख में कड़ी ट्रेनिंग में जुटे हैं. फिलीपिनो लेजेंड मैनी पैकियाओ के गढ़ में सागर का मुकाबला वहां के मुक्केबाज जुन मामो से होगा. जाहिर है 13 अक्टूबर को होने वाला यह मुकाबला आसान नहीं होगा. सागर ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि उन्हें इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार है. इसके लिए वह अपनी तकनीक और बेसिक पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. सागर और मामो के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो, मामो का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. जुन मामो ने अबतक 11 प्रोफेशनल फाइट लड़ी हैं. जिसमें उन्होंने 5 में जीत और 4 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. जबकि सागर का सुपर बॉक्सिंग लीग में (एसबीएल) 2-1 का रिकॉर्ड है.
सागर के स्पीड और स्किल निखार रहे कोच
सागर नवॉट के कोच रोशन नथालियल की मानें, तो सागर में विदेशी धरती पर देश का नाम रोशन करने की क्षमता है. रोशन उन्हें खास तरह की ट्रेनिंग करा रहे हैं. उनकी स्पीड और स्किल को निखारने पर वह ध्यान दे रहे हैं. साथ ही वीडियो रिकॉर्डिंग देखकर रणनीति बनाने में लगे हैं. रोशन नथालियल विजेंदर और अखिल जैसे मुक्केबाजों को ट्रेनिंग करा चुके हैं. ऐसे में वह प्रोफेशनल मुक्केबाजी का खासा अनुभव रखते हैं.
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सागर से हैं उम्मीदें
सागर नवॉट अगर विदेशी जमीन पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हो जाते हैं. तो ये भारतीय पेशेवर मुक्केबाजी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा. खेल प्रेमियों को इस मुक्केबाज से काफी उम्मीदें हैं.