सुरक्षा दृष्टि से लिए गए इस फैसले के बाद समारोह के लिए बनाए गए मंच को डायस ए और डायस बी के हिस्सों में बांटा गया है। डायर ए पर शपथ ग्रहण समारोह होगा,
जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बैठेंगे। इनके अलावा राज्यपाल आचार्य देवव्रत, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और भावी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बैठने की व्यवस्था की गई हैं।
इसके अलावा मंच संचालन की टीम और प्रदेश अध्यक्ष भी डायस ए में मौजूद रहेंगे। शपथ लेने वाले मंत्री, केंद्रीय मंत्री और अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और मंत्री मुख्य मंच के बगल में बने डायस बी में बैठेंगे। सभी मंत्री एक एक कर डायस ए पर आकर शपथ लेकर वापस डायस बी में तय स्थान पर बैठते रहेंगे।
वहीं जो लोग रेस से बाहर हुए हैं, उनमें, रमेश ध्वाला, राजीव बिंदल, नरेंद्र बरागटा का नाम शामिल है। जिन लोगों को टीम जयराम में जगह मिली है, उनमें सुरेश भारद्वाज, महेंद्र सिंह ठाकुर, अनिल शर्मा, सरवीण चौधरी, डॉ. रामलाल मारकंडा, वीरेंद्र कंवर, विपिन सिंह परमार, डॉ. राजीव सहजल, गोविंद सिंह ठाकुर व विक्रम सिंह शामिल हैं।
वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीषा नंदा को सीएम जयराम ठाकुर का अतिरिक्त मुख्य सचिव कम प्रधान मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। इस संबंध में अधिसूचना जारी हो गई है।
चंडीगढ़ पहुंचे पीएम मोदी
शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के कई दिग्गज नेता मौजूद होंगे। समारोह में पार्टी केराष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा शासित राज्यों के 11 मुख्यमंत्री और 3 उपमुख्यमंत्रियों पहुंचेंगे।
कई केंद्रीय मंत्रियों को भी समारोह में के लिए निमंत्रण भेजा गया है। शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
मंत्रिमंडल को लेकर भावी सीएम जयराम ठाकुर ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के घर जाकर गोपनीय बैठक की। दोपहर बाद केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के शिमला पहुंचने पर जयराम ने उनके साथ भी अकेले में मंत्रणा की।
प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय के साथ चर्चा के बाद ठाकुर ने केंद्रीय नेतृत्व को मंत्रिमंडल के संभावित नामों की लिस्ट भेज दी है लेकिन 43 विधायकों से नए और अनुभवी चेहरे मंगलवार देर शाम तक तय नहीं हुए। प्रशासन को 10 मंत्रियों के लिए व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।