बिहार के सीतामढ़ी में मृत पत्नी के नाम पर दूसरी पत्नी को चुनाव लड़ाने के गोरखधंधे का खुलासा हुआ है। इससे लोग हतप्रभ हैं। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
पटना । कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी – ‘भूतनाथ रिटर्न्स’, जिसमें अमिताभ बच्चन ने एक मृत व्यक्ति की आत्मा का रोल किया था। रील लाइफ की यह घटना थोड़े अंतर के साथ बिहार के पंचायत चुनाव के रियल लाइफ में भी देखने को मिली है। इस मामले में एक महिला की ‘आत्मा’ चुनाव का नामांकन करने सरकारी दफ्तर पहुंची, फिर चुनाव जीत भी गई।
भूत भी चुनाव जीतने लगे
जी हां, कारण जो भी हों, बिहार में अब भूत भी चुनाव जीतने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला सीतामढ़ी में सामने आया है। वहां हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में नौ साल पहले मर चुकी एक महिला मिथिलेश देवी को निर्वाचित घोषित किया गया है।
नौ साल पहले हो चुकी हत्या
सीतामढ़ी के रुन्नीसदपुर प्रखंड के टिकौली पंचायत में पंचायत समिति सदस्य के रुप में मिथिलेश देवी ने जीत हासिल की है। खास बात यह है कि उसकी हत्या नौ साल पहले हो चुकी है। इस हत्याकांड की प्राथमिकी रुन्नीसैदपुर थाने मे दर्ज है, जिसमें उसका पति सिकन्दर मुखिया कागजों में फरार है।
पहली के नाम पर दूसरी पत्नी को लड़ा दिया चुनाव
बताया जाता है कि शातिर दिमाग सिकंदर मुखिया ने अपनी दूसरी पत्नी गुडि़या देवी को मृत पहली पत्नी मिथिलेश देवी के नाम पर चुनाव मैदान में उतार दिया। इसमें उसे मतदाता सूची में अभी तक दर्ज पहली पत्नी के नाम से सहूलियत हो गई।
पत्नी की हत्या के मुकदमे में मिल सकता था लाभ
कहा जा रहा है कि इसका लाभ उसे पत्नी की हत्या के मुकदमे में मिलता। मुकदमे में वह हत्या की कहानी को झुठलाने में इसका उपयोग कर सकता था। चर्चा है कि इसमें उसे पुलिस का भी सहयोग मिला।
प्रशासनिक जांच आरंभ
बहरहाल, मामले का खुलासा होने के बाद पूरा पंचायत हतप्रभ है। जिला प्रशासन ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।