पटना नगर निगम की 75 टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने का काम करने वाली है। इसके लिए 2000 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। पटना के 500 स्कूलों में जाकर बच्चों को ‘एक पत्र अभिभावक के नाम’ लिखने के लिए भी प्रेरित किया जायेगा।
पटना में मिशन टोटल सेग्रीगेशन’ अभियान का शुभारंभ हो चुका है। स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन और शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए इसकी शुरुआत की गई है। अब से लोगों को सूखा और गीला कचरा को अलग करके देना होगा। लोगों को जागरूक करने के लिए नगर निगम की हर गाड़ी पर महिला कर्मी तैनात रहेंगी। उक्त बातें नगर आवास एवं विकास मंत्री नितिन नवीन ने कहीं।
गुरुवार को पटना के बापू सभागार में ‘मिशन टोटल सेग्रीगेशन’ अभियान का शुभारंभ राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर की अध्यक्षता में नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री नितिन नवीन द्वारा किया गया। इस दौरान उन्होंने ‘सेलफी विथ डस्टबिन’ अभियान की भी शुरुआत की। उन्होंने लोगों को कचरा अलग-अलग कर रखने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि बिहार के शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूलों में दो डस्टबिन रखने को लेकर मंजूरी मिल गयी है। इसके साथ ही जल्द ही हर स्कूल में बच्चों द्वारा स्वच्छता प्लेज भी लिया जाएगा। इसके लिए शिक्षा मंत्री ने मंजूरी भी दे दी है।
राज्यपाल बोले- हम सभी ‘सेल्फी विथ डस्टबिन’ में भाग लेंगे
राज्यपाल ने कहा कि ये कार्यक्रम आपका है, हम सब साथ देने आये है। हम सभी ‘सेल्फी विथ डस्टबिन’ में भाग लेंगे। साथ ही संकल्प लेते है कि स्वच्छता स्वभाव को सिर्फ महीने दो महीने नहीं बल्कि जीवन भर के लिए अपना लेते हैं। इसके अलावा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश तभी बदलेगा जब हम बदलेंगे। मैं मंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि छठ के वक़्त आप एक स्वच्छता कार्यक्रम रखिये जहां हम सभी लोग आएंगे। साथ ही शहर के सबसे गंदे स्पॉट पर जाकर सफाई कर लोगों को जागरूक करेंगे। मंत्री जी आप आगे-आगे बढिय हम आपके साथ है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने के लिए सिर्फ बोलना नहीं कर के भी दिखाना होगा।
मंत्री बोले- 2000 लोगों को प्रशिक्षित किया गया
मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि हम सब आज एक बड़े उद्देश्य के साथ आए है। जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पंचायती राज्य की व्यवस्था को मजबूत किया, इसका सीधा फायदा पंचायत और नगर निकायों को मिलने लगा है। उन्होंने कहा कि पटना में डोर टू डोर स्वच्छता से हम सभी जुड़ गए है। लेकिन अब हमे दूसरे पैदान पर जाना है, जो कि सेग्रीगेशन है। बिना कचरा को अलग-अलग किये हम उसका इस्तेमाल नहीं कर सकते है।
ये मिशन इस उद्देश्य के साथ शुरू हुआ है कि हमारे संस्कार में जो स्वच्छता है, उसे व्यवहार और विचार में भी लाना है। उन्होंने कहा कि मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि पटना नगर निगम की 75 टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने का काम करने वाली है। इसके लिए 2000 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमलोग पटना के 500 स्कूलों में जाकर बच्चों को ‘एक पत्र अभिभावक के नाम’ लिखने के लिए भी प्रेरित करेंगे।
यह दोनों ही बेहद अहम प्रोजेक्ट है
इधर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जी ने कहा कि बिहार के लिए ‘मिशन टोटल सेग्रीगेशन’ और ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट’ दोनों ही बेहद अहम प्रोजेक्ट है। मंत्री नितिन नवीन इसके लिए बेहतर काम कर रहे है। ऐसे में मैं मंत्री जी को सीधे कहना चाहता हूं कि राज्य को अगर कचरा प्रबंधन करने में 5000 करोड़ का भी खर्च आएगा तो मैं वित्त मंत्री के नाते उसे दूंगा। वहीं, उन्होंने कहा कि UNO की टीम अगर छठ पर्व में बिहार आएगी तो उन्हें देश भर के मुकाबले बिहार से ज्यादा स्वच्छ शहर नहीं मिलेगा।