बिहार में चारा घोटाले से जुड़ी 3 फाइलों के गायब होने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. जबरदस्त सुरक्षा के बीच भी सचिवालय से अलमारी तोड़कर दस्तावेज चोरी हो गए. चोरी के बाद इस मामले में सचिवालय थाने में अज्ञात लोगों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
पशुपालन मंत्री अवधेश सिंह ने कहा कि कोई फाइल चारा घोटाले से जुड़ी नहीं है. चारा घोटाले की सभी फाइलें पहले से ही सीबीआई और कोर्ट के पास मौजूद हैं. चोरी की गईं सभी फाइलें डॉक्टरों के रिटायरमेंट और और उनकी पेंशन GPF और ACP से जुडी हैं. मंत्री के मुताबिक सभी फाइलों की छाया प्रति मौजूद है.
वहीं जेडीयू के अली अनवर ने कहा कि जांच से स्थिति साफ होगी. जांच में कोई दखल नहीं दिया जाएगा. वहीं बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि सिस्टम के कुछ लोग लालू प्रसाद यादव की रिहाई के लिए कोशिश कर रहे है.
उल्लेखनीय है कि गत छह मई को पटना स्थित सीबीआई की एक अदालत ने वर्ष 1994 से 1996 के बीच भागलपुर और बांका जिला कोषागार से फर्जी विपत्रों के आधार पर पशुपालन विभाग से धोखाधड़ी, जालसाजी एवं सरकारी पद का दुरूपयोग कर 46 लाख करोड़ रूपये की कथित अवैध निकासी के मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र सहित अन्य 31 को उपस्थिति होने को कहा था.