फिल्म एमएस धोनी दी अनटोल्ड स्टोरी में एक सीन है, जब महेन्द्र सिंह धौनी ने अंडर 14 क्रिकेट टूर्नामेंट में अपने स्कूल की ओर से खेलते हुए ताबड़तोड़ रन बना रहे थे। तभी उनकी बैटिंग देखकर एक छोटा बच्चा साइकिल से स्कूल की ओर निकलता है।
क्लासरुम में पढ़ और पढ़ा रहे स्टूडेंट्स और टीचर्स से कहता है कि “महिया मार रहा है”। फिर पूरा स्कूल धोनी की बैटिंग देखने हरमु क्रिकेट ग्राउंड में उमड़ पड़ता है। कुछ वैसा ही नजारा उसी क्रिकेट ग्राउंड पर और उसी टूर्नामेंट में देखने को मिला। मगर इस बार दनादन चौकों-छक्कों के साथ क्रिकेट की गेंद का धागा “महिया” (धोनी) नहीं बल्कि बिहार के नालंदा का लाल “प्रिंस” खोल कर रखा था।
कुछ पहले तक भारतीय क्रिकेट टीम (वनडे और टी-ट्वेंटी) के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड एक 13 साल के बच्चे ने तोड़ दिया। बीके बिड़ला ट्रॉफी (अंडर -14 क्रिकेट) में हरमू यूथ की ओर से खेलते हुए प्रिंस ने 150 गेंदों पर ताबड़तोड़ 388 रन जड़ दिए। इस धुआंधार पारी में प्रिंस ने 5 छक्के और 60 चौके जड़े। इस बेहद रोमांचक पारी की बदौलत प्रिंस की टीम ने 35 ओवर के मैच में 474 रन काविशाल स्कोर खड़ा कर दिया। जवाब में आरएसएबी की टीम सिर्फ 53 रन पर ढेर हो गई। प्रिंस ने गेंदबाजी में भी जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट झटके। एक साल से स्कूल नहीं गए प्रिंस क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई भी लगन से कर रहा था। सातवीं का छात्र था। आठवीं में दाखिला लिया।
मगर क्रिकेट का जुनून ऐसा सवार हुआ कि पढाई को एक साल तक ड्राप कर दिया। मगर इसे वह गौरव के साथ कहता है। बकौल प्रिंस, हां मैनें पढाई छोड़ दी। क्योंकि क्रिकेट परफोकस करना था। दो चीजें एक साथ बेहतर नहीं की जा सकतीं। इसीलिए सोचा कि पढ़ाई को एक साल के लिए ड्राप कर दिया जाए। परिणाम सामने है। बिहार के नालंदा जिले के तुंगी गांव का रहने वाला है प्रिंस व्यवसायी पिता अजय कुमार सिंह और उनका परिवार बिहार के नालंदा जिले के तुंगी गांव का रहने वाला है। पिता व्यवसाय के कारण रांची के विद्यानगर में शिफ्ट हो गए। बेटे की क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी देखते हुए उसे क्रिकेट कोचिंग भेज दिए। 14 साल का प्रिंस पिछले पांच सालों से क्रिकेट की कोचिंग रांची के सत्यम कुमार से लेता है। जिन्हें वह प्यार से सत्यम भैया कहकर बुलाता है।प्रिंस के पिता अजय बताते हैं कि प्रिंस जब ड्राप करने के फैसले से उनके पास आया था, तो उन्हें भी बतौर पिता पहली बार तो ऐसा लगा कि ये गलत है। प्रिंस को डांटा भी। मगर वो रूठ गया। आखिर कार मैनें हामी भर दी।
अभी उसका सारा ध्यान क्रिकेट और क्रिकेट पर ही है। अच्छा खेल रहा है। अब उसको खेलते देखता हूँ तो लगता है कि उसकी जिद सही थी। मेरी चाहत अलग थी, गलत नहीं। प्रिंस कहता है कि उसे इसका तो पता था कि धौनी ने कप्तानी छोड़ दी है। लेकिन रिकार्ड के बारे में जानकारी नहीं थी। वो तो बस इपना नैचुरल गेम खेलता जा रहा था। रन आते जा रहे थे। प्रिंस राइंट हैंडर बैट्समैन है। और मध्यम गति का पेसर बालर भी है। उसी मैच में प्रिंस ने शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट भी झटके। इस तरह रांची के लोगों को अब एक नया सितारा मिल गया है। और इस बार ये महिया नहीं प्रिंसवा है। प्रिंस से हुई बातचीत में उसने बताया कि वह धोनी से मिलने की चाहत रखता है। बहुत दिन से ये उसके मन में है। उम्मीद करता है कि इस बार जब धौनी रांची आएंगे कोउससे जरूर मिलेंगे क्योंकि उसने अच्छी बैटिंग की है। प्रिंस को धोनी की हर चीज पसंद है लेकिन कहता है कि उनकी सबसे जुदा अंदाज है फिनिशिंग का। वो जब मिलेंगे तो उनसे यही पूछूंगा कि आप इस तरह फिनिशिंग कैसे कर लेते हो। मुझे वो चीज उनसे सीखनी है।