राजस्थानी खाने में चने की दाल प्रयोग भरपूर मात्रा में किया जाता है क्योंकि इसका उत्पादन रेगिस्तान श्रेत्र में ज़्यादा किया जाता है। चने की दाल से बना बेसन का प्रयोग रोटी, गट्टा, मिठाई और साथ ही कढ़ी को गाढ़ा बनाने के लिए किया जाता है। त्यौहारों के खास मौको पर चावल की जगह गट्टे का पुलाव बनाया जाता है। गट्टे के पुलाव का स्वाद कुछ अलग होता है। खास मौको पर इसे बनाकर आप मौके का मजा दुगुना कर सकती हैं।
रेसिपी: गाजर चीकू का हलवा…..
सामग्री – गट्टे के लिए आधा कप बेसन, आधा टी-स्पून लाल मिर्च पाउडर, आधा टी-स्पून सौंफ आधा टी-स्पून अजवायन, दो टेबल-स्पून दही, आधा टी-स्पून तेल, नमक स्वादअनुसार तेल , तलने के लिए पुलाव के लिए आधा कप पके हुए बासमती चावल एक टेबल-स्पून तेल एक इलायची 2 लौंग आधा टी-स्पून ज़ीरा आधा टी-स्पून सरसों एक चौथाई टी-स्पून हींग आधा कप तले हुए स्लाईस्ड प्याज़ एक टी-स्पून लाल मिर्च पाउडर आधा टी-स्पून हल्दी पाउडर आधा टी-स्पून गरम मसाला नमक स्वादअनुसार पीसकर मुलायम पेस्ट बनाने के लिए (1 टेबल-स्पून पानी का प्रयोग कर) 8 लहसुन की कलियां 2 हरी मिर्च 50 मिलीलीटर (2″) अदरक का टुकड़ा आधा कप स्लाईस्ड प्याज़
चाय के साथ ले सूजी स्लाइस का मजा
विधि- गट्टे के लिए गट्टे की सभी सामग्री को एक गहरे बाउल में मिलाकर, 2 टेबल-स्पून पानी का प्रयोग कर सख्त आटा गूथ लें। आटे को 4 भाग में बांट लें और प्रत्येक भाग के 200 मिमी (4 “) के पतले लंबे रोल बना लें। गट्टों को 10-12 समान आकार के टुकड़ो में काटकर रख दें। एक गहरे नॉन-स्टिक पॅन में भरपुर मात्रा में पानी गरम करें और गट्टे को उबलते पानी में डालकर 5 -6 मिनट तक पका लें। छानकर रख दें। एक नॉन-स्टिक कढ़ाई में तेल गरम करें, गटगटे डालकर, उनके दोनो तरफ सुनहरा होने तक तल लें। तेल सोखने वाले कागज़ पर निकालकर रख दें। आगे बढ़ने की विधि – एक गहरे नॉन-स्टिक पॅन में तेल गरम करें, इलायची, लौंग, ज़ीरा, सरसों और हींग डालकर मध्यम आंच पर 30 सेकन्ड तक भुन लें। तैयार पेस्ट डालकर मध्यम आंच पर 2 मिनट तक भुन लें। पके हुए चावल, तले हुए प्याज़, तले हुए गट्टे, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, गरम मसाला और नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें और बीच-बीच में हिलाते हुए 2 मिनट तक पका लें। धनिया से सजाकर तुरंत परोसें।