मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा के 48 वर्षीय पुत्र गगन वर्मा का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से वर्मा परिवार के साथ-साथ राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में शोक की लहर फैल गई है। गगन की अंतिम यात्रा उनके निज निवास 122 पलसीकर कॉलोनी से 15 मई 2025 (गुरुवार) दोपहर 3 बजे रीजनल पार्क मुक्तिधाम, पिपलियापाला के लिए निकलेगी।
एक्सीडेंट ने बदली जिंदगी, 20 साल से व्हीलचेयर पर थे गगन
परिजनों के अनुसार, गगन वर्मा करीब 20 साल पहले एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हादसे में उनकी रीढ़ की हड्डी को गहरा नुकसान पहुंचा, जिससे वह जीवन भर के लिए व्हीलचेयर पर निर्भर हो गए। इसके बावजूद उन्होंने जीवन को सकारात्मक रूप से जिया और परिवार के अत्यंत प्रिय सदस्य बने रहे।
तीन महीने से थे बीमार, बॉम्बे अस्पताल में चल रहा था इलाज
बीते तीन-चार महीनों से गगन की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। उन्हें बेहतर इलाज के लिए बॉम्बे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, कुछ दिनों से उनकी स्थिति अत्यंत नाज़ुक बनी हुई थी और गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका निधन पूरे परिवार के लिए गहरी पीड़ा और शोक का कारण बना है।
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में शोक, कांग्रेस नेताओं ने जताया दुख
गगन वर्मा के निधन से सज्जन सिंह वर्मा सहित पूरा वर्मा परिवार शोकग्रस्त है। गगन एक स्पेशल चाइल्ड थे और परिवार में अत्यधिक लाड़-प्यार में पले थे। उनके निधन पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी और कई वरिष्ठ नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। राजनीतिक, सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर उनके योगदान और उपस्थिति को हमेशा याद किया जाएगा।