मुंबई: पूर्व आर्मी चीफ से केंद्रीय मंत्री बने जनरल वीके सिंह सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बयान के समर्थन में उतरे. उन्होंने कहा, कि पूर्वोत्तर में एआईयूडीएफ का विस्तार होना अवैध आव्रजन से जुड़ा हुआ मामला है. मुंबई में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए विदेश राज्यमंत्री सिंह ने अलग से मीडियाकर्मियों से कहा, ‘ देखिए, हमें हर चीज के राजनीतिकरण करने की आदत है.
सेना प्रमुख जो कहना चाहते हैं, उन्हें कहने दीजिए, अगर आप इसे पसंद नहीं करते तो मत कीजिए.’ पूर्व सेना प्रमुख ने कहा, ‘आजकल हर चीज का राजनीतिकरण किया जा रहा है.’ दरअसल, असम के कई जिलों में मुस्लिम आबादी बढ़ने का जिक्र करते हुए जनरल रावत ने कहा था कि ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट का विस्तार 1980 के दशक में भाजपा के विस्तार से ज्यादा रहा है.
आर्मी चीफ जनरल रावत ने दिया था यह बयान
नई दिल्ली में बुधवार को एक सेमिनार को संबोधित करते हुए जनरल रावत ने कहा था कि बांग्लादेश से लोगों का ‘योजनाबद्ध’ तरीके से पूर्वोत्तर के राज्यों में आना चीन की सहायता से पाकिस्तान का छद्म युद्ध है, ताकि इलाके को अशांत रखा जा सके.
बदरूद्दीन अजमल ने आर्मी चीफ के बयान पर जताई थी आपत्ति
एआईयूडीएफ के अध्यक्ष बदरूद्दीन अजमल ने कल सेना प्रमुख के ‘राजनीतिक से प्रेरित बयान’ की निंदा की थी और कहा था कि उनकी जिम्मेदारी देश की रक्षा के लिए सुरक्षा बलों का नेतृत्व करना है न कि किसी राजनीतिक दल के विस्तार की निगरानी करना.