हम अपने रिश्तों को ठीक रखने के लिए कुछ भी करना चाहते हैं। अब ये रिश्ते चाहे माता-पिता के साथ हों, भाई-बहन के या पति-पत्नि के हों। हम भारतीय वास्तु पर हमेशा से बहुत यकीन करते हैं और जब सिर पर अनेकों परेशानियां टूट पड़ें तो व्यक्ति भगवान और वास्तुशास्त्र की ओर ही आता है। कहा जाता है कि हमारे आसपास रखी रह चीजें और कुछ उपाय हम पर असर डालती है। कई चीजों में से नकारात्मक ऊर्जा निकलती है तो वहीं कुछ वस्तुओं में से सकारात्मक ऊर्जा निकलती है। हमारे घर में रखी कई चीजे हम पर असर डालती है। इसी तरह वास्तु को लेकर कई लोगों में ये गलतफहमी होती है कि ये जादू-टोना होता है। इनका सिर्फ गलत उपयोग ही किया जाता है। लेकिन वास्तु का उपयोग सही सलाह और जानकारी से किया जाए तो ये बहुत ही लाभकारी होता है। आज हम आपको ऐसी हा एक चीज के बारे में बताने जा रहें जो पति-पत्नि के बीच बढ़ी दूरियों को कम करने में मदद करेगी।
सिंदूर हिंदू महिलाओं के लिए सुहाग की निशानी होती है और इसे हर सुहागन महिला तीज-त्योहार पर अवश्य पहनती है। सिंदूर की महिमा हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। हर शुभ काम में सिंदूर का प्रयोग किया जाता है। हर सुहागन का सिंदूर लगाना शुभ माना जाता है। अब बात आती हा कि ये सिंदूर लगाना तो शुभ होता है लेकिन क्या ये पति-पत्नी के बिगडे़ रिश्ते और उनके बीच की दूरियों को भी कम कर सकता है। इसका जवाब है हां सिंदूर एक चमत्कारी वस्तु है जो सिर्फ सुहाग की रक्षा ही नहीं सुहाग को पास लाने में भी सहायता करेगी।
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यहां सिंदूर की महत्वता बताने से पहले ये जान लेना जरुरी है कि यहां नारंगी रंग के सिंदूर की बात की जा रही है। लाल रंग के तिलक को रोली या कुमकुम कहा जाता है। सिंदूर के उपायों पर बात करने से पहले सिंदूर कहते किसे हैं वो समझ लेना आवश्यक होता है। वैवाहिक जीवन से परेशानियां हटाने के लिए एक पान का पत्ता ले लें और उस पान के पत्ते पर सिंदूर यानि नारंगी रंग के सिंदूर को पानी में घोलकर उसपर ह्रीं लिखकर मां दुर्गा को अर्पित करें। संभव हो सके तो ये पत्ता नवरात्रि के रहते ही मां के चरणों में अर्पित करें। ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा धरती पर आकर अपने भक्तों के साथ रहती हैं और उनके कष्टों का निवारण करती हैं।