एनटीए ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में आवेदन फीस बढ़ाने और परीक्षा केंद्रों की संख्या घटाने के अलावा एक और अहम बदलाव किया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट (NEET UG) की टाई ब्रेकिंग पॉलिसी में बदलाव किया है। दो या उससे अधिक छात्रों के नंबर एक समान आने पर किसे मेरिट में ऊपर रखा जाएगा, यह टाई ब्रेकिंग पॉलिसी से ही तय होता है। पिछले साल तक आयु और नीट यूजी एप्लीकेशन नंबर से टाई का फैसला होता था। लेकिन इस बार एनटीए ने अधिक उम्र और एप्लीकेशन नंबर के आधार पर बेहतर रैंक देने के तर्कहीन नियम को हटा दिया गया। एनटीए ने वर्ष 2022 के टाई ब्रेकिंग के कुल 9 नियम में से अंतिम 2 नियमों को हटाकर वर्ष 2023 में मात्र 7 नियम ही जारी किए गए हैं।
नीट यूजी 2023 के टाई ब्रेकिंग पॉलिसी के मुताबिक छात्रों के बराबर नंबर आने पर उनकी रैंक तय करने के लिए सबसे पहले उनके बायोलॉजी के नंबर देखें जाएंगे। जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा। अगर इससे फैसला नहीं हो पाता है तो केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स के अंकों की तुलना की जाएगी।
नीट टाई ब्रेकिंग फॉर्मूला
1- जिसके बायोलॉजी (बॉटनी एंड जूलॉजी) में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
2- अगर बॉयोलॉजी वाले फैक्टर से रैंक तय नहीं होती तो फिर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे। केमिस्ट्री में जिसके ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
3- इसके बाद फिजिक्स के मार्क्स देखे जाएंगे। जिसके फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स आएंगे, उसे रैंक में ऊपर रखा जाएगा।
4- जिसने सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर दिए होंगे, उसे ऊपर रखा जाएगा।
5- इसके बाद जिस उम्मीदवार का बायोलॉजी (बॉटनी व जूलॉजी ) में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
6- इसके बाद जिस उम्मीदवार का केमिस्ट्री में अटेम्प्टेड गलत उत्तर और सही उत्तरों का अनुपात कम होगा, उसे ऊपर रखा जाएगा।
7- जिस उम्मीदवार का फिजिक्स में अटेम्प्टेड गलत का प्रतिशत कम होगा।
ये इस बार प्वॉइंट हटाए गए
– अधिक आयु वाले उम्मीदवार को ऊपर रखा जाएगा।
– नीट एप्लीकेशन नंबर बढ़ते क्रम (आरोही क्रम) के आधार पर रैंक तय कर दी जाएगी।