भारत में आजकल हर जगह अधिकतर मिलावटी चीजें ही मिलती हैं. जिससे कुछ भी खरीदते वक्त मन में यह डर लगा रहता है कि खरीदी हुई चीज असली है या नकली. खासतौर पर खाने की चीज़े जैसे कि देसी घी, सब्जियां आदि. आज हम बात कर रहें है देसी घी की जिसमे हड्डियों का चूरा, पशुओं की चर्बी, पाम तेल, और कुछ अन्य खतरनाक केमिकल्स को मिलाकर नकली घी तैयार किया जाता है. जिसके हमें न जाने कितने भयानक परिणाम भुगतने पड़ते हैं. लेकिन आपकी इस बड़ी परेशानी को आज हम कुछ आसान तरीकों से सुलझा देगें.
नकली देसी घी जानने के तरीके !!
क्या आपको पता है पेट में अलसर होने पर इन 7 चीज़ों से परहेज़ होता है बहुत जरुरी…
- एक चम्मच घी में 5 ml हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें और अगर घी लाल हो जाता है तो समझ जाए कि घी में कोलतार डाई मिलाई गई है.
- एक चम्मच घी में चार-पांच ड्रॉप्स आयोडीन मिलाने पर इसका रंग नीला हो जाए तो समझ जाएं कि इसमें उबला आलू मिलाया गया है.
- बाउल में एक-एक चम्मच घी,हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चुटकी चीनी मिलाएं. अगर घी का रंग बदलकर लाल दिखाई दें तो समझ जाएं कि इसमें डालडा मिला है.
- थोड़ा सा घी लेकर हाथ में रगडें, फिर इसे सूंघकर देखें. अगर कुछ ही देर में इसकी खुशबू आनी बंद हो जाए तो समझ जाएं की यह मिलावटी है.
जानिये नकली घी खाने के नुक्सान !!
- नकली घी खाने से कभी भी हार्टअटैक आ सकता है. आपका बी.पी बढ़ सकता है और आपकी मृत्यु तक हो सकती है.
- यदि आप ऐसा घी खाते हैं जिसमें हड्डियों का चूरा मिला हो. इसके कारण स्ट्रोक भी हो सकता है.
- इससे आपका लिवर भी खराब हो सकता है.
- इसके कारण कई तरह के कैंसर हो सकते हैं.
- यदि घी में लेड जैसे पदार्थ मिले हो तो इसके कारण एनीमिया और ब्रेन से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं.
- नकली घी से प्रेगनेंट औरत का गर्भपात होने का खतरा रहता है इसलिए प्रेगनेंट औरत को हमेशा घर पर ही बनाया हुआ घी खाना चाहिए.