इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों की आवाजाही शनिवार को सामान्य हो गई। दिल्ली हवाईअड्डा संचालक डायल ने बताया कि यात्री उड़ान संबंधी ताजा अपडेट के लिए संबंधित एयरलाइनों के संपर्क में रहें। एक दिन पहले स्वचालित संदेश स्विचिंग प्रणाली में तकनीकी खामी के कारण 800 से अधिक उड़ानें विलंबित हुईं थीं।
एयरपोर्ट पर समय सारिणी में अब भी आ रही दिक्कत
आईजीआई एयरपोर्ट के एटीसी की तकनीकी गड़बड़ी को शुक्रवार देर शाम दूर कर लिया गया। इसके बावजूद समय सारणी में आई दिक्कत को ठीक करने में अभी कुछ और समय लगेगा। शुक्रवार देर रात से शनिवार शाम तक प्रस्थान की दो तिहाई उड़ानें विलंबित रहीं। वहीं आगमन वाली कुछ उड़ानें अपने नियमित समय पर आईजीआई एयरपोर्ट पर पहुंची। करीब एक चौथाई उड़ानें देरी से उड़ान भर रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि एयर ट्रैफिक में सुधार के लिए अभी कुछ और समय लगेगा। शुक्रवार देर रात के बाद एयर ट्रैफिक में सुधार होना शुरू हुआ लेकिन विमानों ने आधे से एक घंटे के विलंब से उड़ान भरी। कुछ उड़ान नियत समय पर आईजीआई एयरपोर्ट से रवाना हुईं।
एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार तड़के साढ़े चार बजे के बाद स्थिति कुछ सुधरी। उस समय विमान की आवाजाही कम होती है। सुबह छह बजे से सात बजे के बीच प्रस्थान की उड़ानों का दबाव अधिक होता है। उस समय विमान के देर से उड़ान भरने का सिलसिला जारी रहा। दोपहर दो बजे के बाद फिर विमान के देर से उड़ान भरने लगे। शाम सात बजे तक प्रस्थान की 75 फीसदी उड़ानें विलंबित रहीं। धीरे धीरे विलंब होने के समय में कमी आने लगी। विमान के देरी से उड़ान भरने की औसत अवधि करीब 23 मिनट दर्ज की गई जो शुक्रवार के मुकाबले काफी कम है।
आगमन में काफी सुधार: शनिवार को प्रस्थान के मुकाबले आगमन वाले विमान के समय में काफी सुधार हुआ है। देश और विदेश से आईजीआई एयरपोर्ट पर आने वाली अधिकांश उड़ानें तय समय से पहुंची। इससे यात्रियों को काफी सुविधा हुई। शुक्रवार देर रात से शनिवार शाम सात बजे के बीच आगमन की कुल उड़ानों की महज 27 प्रतिशत उड़ानें ही विलंब की चपेट में आईं।
विस्तृत विश्लेषण करने के निर्देश : नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने अधिकारियों को एटीसी में तकनीकी खराबी के कारणों का विस्तृत विश्लेषण करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एटीसी को सुदृढ़ करने के लिए अतिरिक्त या फॉलबैक सर्वर सहित सिस्टम में और सुधार करने के भी निर्देश दिए।
जुलाई में इस समस्या के बारे में बताया था लेकिन नहीं हुई कोई कार्रवाई : एटीसी गिल्ड
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कहा कि एटीसी प्रणाली विफलता की घटना को रोका जा सकता था। हवाई यातायात नियंत्रकों ने जुलाई में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को इन समस्याओं और इसे अपग्रेड करने की आवश्यकता के बारे में सूचित किया था। लेकिन उनके सुझावों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने अहमदाबाद में एअर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटना, जिसमें 260 लोग मारे गए थे, के बाद 8 जुलाई को सांसदों को भी पत्र लिखा था। इसमें इस बात पर जोर दिया गया था कि यह आवश्यक है कि हवाई नेविगेशन सेवाओं में उपयोग की जाने वाली स्वचालन प्रणालियों की समय-समय पर समीक्षा और इन्हें अपग्रेड किया जाए।
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