सहारनपुर स्थित दारुल उलूम देवबंद के फतवा विभाग ने मुस्लिम महिलाओं और मर्दों के आइब्रो बनवाने को नाजायज करार दिया है। साथ ही बिना वजह महिलाओं के बाल कटवाने को भी गलत बताया गया है।![जानें क्यों? मुस्लिम महिलाओं का बाल कटवाना, आइब्रो बनवाना इस्लाम के खिलाफ](http://www.livehalchal.com/wp-content/uploads/2017/10/muslim-women_1507374407.jpeg)
![जानें क्यों? मुस्लिम महिलाओं का बाल कटवाना, आइब्रो बनवाना इस्लाम के खिलाफ](http://www.livehalchal.com/wp-content/uploads/2017/10/muslim-women_1507374407.jpeg)
इस संबंध में देवबंद के ही एक व्यक्ति ने दारुल उलूम के फतवा विभाग से सवाल किया था कि क्या मुस्लिम महिलाएं आइब्रो बनवा सकती हैं और बाल भी कटवा सकती हैं?।
इसपर फतवा विभाग के मुफ्तियों की खंडपीठ ने जवाब में कहा कि इस्लाम में इसकी इजाजत नहीं है। इस्लाम में मुस्लिम महिलाओं का आइब्रो बनवाना नाजायज और बाल कटवाना सही नहीं है।
उनका कहना है कि इस्लाम धर्म में हुजूर पाक ने जिन 10 बातों के लिए मनाही की है उनमें महिलाओं का आइब्रो बनवाना और बाल कटवाना दोनों आते हैं।
फतवे में कहा गया है कि मुस्लिम महिलाओं के बाल उनकी जीनत यानि खूबसूरती होते हैं। इसलिए बिना मजबूरी बाल कटवाना मकरु है। इस्लाम में महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुषों के लिए भी आइब्रो बनवाने को नाजायज बताया गया है।