वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पाकिस्तान को फटकार लगाई है। उन्होंने पाकिस्तान से अपने यहां से संचालित आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने को कहा है। ट्रंप ने सोमवार को अपनी पहली राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति (एनएसएस) जारी की।
एनएसएस में पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने को कहा गया है। ट्रंप ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया है कि हम उसके साथ साझेदारी जारी रखेंगे, तो हम हमें उसके क्षेत्र से संचालित आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई दिखनी चाहिए। हम हर साल इसके लिए पाकिस्तान को भारी धन देते हैं।’
गौरतलब है कि 9/11 आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान को अमेरिका से करीब 33 अरब डॉलर (करीब 2,11,200 करोड़ रुपये) मिले हैं। एनएसएस में कहा गया है कि हम आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई तेज करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाएंगे। आतंकियों को मदद देने वाले देश के साथ साझेदारी नहीं चल सकती। ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद से अमेरिका पाकिस्तान के प्रति सख्त रुख अपनाता रहा है। एनएसएस में कहा गया है कि परमाणु हथियार जिम्मेदार हाथों में रहे, इसके लिए अमेरिका पाकिस्तान को प्रोत्साहित करेगा।
दक्षिण एशियाई देशों को मदद
एनएसएस में चीन और रूस को अमेरिका की प्रतिद्वंद्वी शक्ति बताया गया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका क्षेत्र में चीन के प्रभाव को देखते हुए संप्रभुता बनाए रखने में दक्षिण एशियाई देशों को मदद देगा। दशकों से अमेरिकी नीति के मूल में यह विश्वास था कि युद्ध बाद की अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में चीन के उदय और अखंडता में मदद चीन को उदार बनाएगा। लेकिन इसके विपरीत चीन ने अन्य देशों की संप्रभुता की कीमत पर अपनी शक्ति को बढ़ाया।