दिल्ली से हॉन्ग कॉन्ग जाने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट में 4.8 लाख डॉलर्स के साथ एक एयर होस्टेस को पकड़ा गया। माना जा रहा है कि एयर होस्टेस ने हवाला ट्रांजैक्शन के जरिए करीब 20 करोड़ रुपये हॉन्ग कॉन्ग पहुंचाए, वह इससे पहले नौ बार अमेरिकी डॉलर हॉन्ग कॉन्ग ले जा चुकी हैं। एक एयर होस्टेस एक मामूली केबिन क्रू से कैसे स्मगलर बन गई, कैसे दिल्ली के एक बिजनसमैन ने उसे इस काम के लिए तैयार किया, इसकी पूरी कहानी शुरू हुई अगस्त 2017 से
कुछ दिनों बाद देवशी के पास अमित मल्होत्रा का मेसेज पहुंचा और छुट्टी के दिन दोनों की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में अमित ने देवशी से एक प्लान की चर्चा की। डीआरआई के अधिकारियों ने बताया, ‘अमित ने देवशी से कहा कि हॉन्ग कॉन्ग में उसके एक बिजनस असोसिएट को कुछ पैसे पहुंचाकर वह जल्दी पैसे कमा सकती है।’ शुरुआत में देवशी नहीं मानीं लेकिन बार-बार कहने पर वह मान गईं। अमित ने कई बार देवशी को डेमो देकर दिखाया कि फॉइल पेपर में पैसे ले जाने से एक्स-रे मशीन नहीं पहचान पाएगी। पहली बार अमित मल्होत्रा ने फॉइल पेपर के जरिए थोड़े से पैसे हॉन्ग कॉन्ग फिजवाए, ताकि कोई खतरा न हो।
इसी तरह हर महीने देवशी एक-दो बार डॉलर्स हॉन्ग कॉन्ग पहुंचाती थीं। शुरुआत में सफल होने के बाद देवशी हर डॉलर के बाद एक रुपया चार्ज करने लगीं। डीआरआई ने जिस ट्रांजैक्शन के लिए उन्हें अरेस्ट किया, उसके लिए उन्हें 4.8 लाख रुपये मिलने वाले थे।
देवशी देहरादून की रहने वाली हैं। 2017 की शुरुआत में उनकी शादी हुई और वह अपने पति के साथ दिल्ली के मयूर विहार इलाके में रहती हैं। देवशी के पति का कहना है कि वह इस बारे में कुछ नहीं जानते। वहीं, डीआरआई के अधिकारियों का कहना है कि देवशी के पति की भूमिका की भी जांच की जा रही है क्योंकि इतने कैश का घर में आना, पति की जानकारी में न हो, यह असंभव है।