“कपिल देव” एक ऐसा नाम जिसे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सम्मान के साथ देखा जाता है, एक ऐसा नाम जिसने भारत को पहली बार विश्व विजेता बनाया, एक ऐसा नाम जो असल मायनों में भारत का पहला हरफनमौला खिलाड़ी था, एक ऐसा नाम जिसने रिकॉर्ड की झड़ियां लगा दी, एक ऐसा नाम जिसकी विपक्षी भी इज्जत करते थे,एक ऐसा नाम जिसने अपनी पूरी जिंदगी इस खेल को समर्पित कर दी. कपिल देव हमेशा कहते हैं कि अगली पीढ़ी हमेशा से पिछली पीढ़ी से बेहतर रही है और बेहतर रहेगी. अगर ऐसा नहीं होगा, तब यह दुनिया आगे नहीं बढ़ सकती. उन्होंने भी ऐसा ही किया और अब भी अगर भारतीय क्रिकेट टीम का कोई खिलाड़ी नयी बुलंदियों को छूता है तो कपिलदेव की आँखों में इस बात की ख़ुशी साफ़ देखी जा सकती है. हरियाणा हर्रिकेन के नाम से मशहूर कपिल देव का आज जन्म दिन है और इस खिलाड़ी की तारीफ़ में जितना कुछ कहा जाए कम है. आज हम उनके रिकार्ड्स और उनके क्रिकेट जीवन के बारे में बात नहीं करेंगे क्योंकि यह तय है कि इस महान खिलाड़ी के रिकार्ड्स के बारे में हर कोई जानता होगा। यूँ तो कपिल देव का पूरा कैरियर शानदार रहा है और उनके फैन्स उनके बारे में बहुत कुछ जानते हैं लेकिन आज हम आपको कपिल देव के बारे में कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं जिनसे बहुत से लोग अनजान है.
- भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी कोई क्रिकेट मैच होता है तो किस तरह का गरम माहौल रहता है यह तो सब जानते हैं. दर्शक भी पूरे दिल से ऐसे मैच से जुड़े रहते हैं. कपिल देव और भारतीय टीम के साथ भी पाकिस्तान में एक टेस्ट मैच के दौरान ऐसा कुछ हुआ था जिसे वो कभी भुला नहीं पाएंगे। किस्सा 1989 में कराची में खेले गए एक टेस्ट मैच के दौरान एक पाकिस्तान टीम समर्थक ने मैदान में घुसने के बाद भारतीय टीम को काफी परेशान किया था. इस टेस्ट मैच में जब पाकिस्तान के टीम बल्लेबाजी कर रही थी तो अचानक मैदान में सलवार-कमीज पहने एक दाढ़ी वाला आदमी घुस आया। उस समय कपिल देव गेंदबाजी कर रहे थे. वो समर्थक सीधा कपिल के पास गया और उन्हें कुछ बोलने लगा. कपिल ने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माना और मनोज प्रभाकर के पास गया और उनसे भी बदतमीजी करने लगा. हद तो हो गयी जब उसने श्रीकांत के शर्ट के बटन तोड़ दिए. मैदान में 5 मिनट यह समर्थक हुड़दंग मचाता रहा और इसके बाद भारतीय टीम ने उसे पकड़ा तब जाकर पुलिस मैदान में आकर इस समर्थक को ले गयी.
- 80-90 के दशक में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के नाम से ही बहुत से लोग डर जाते थे लेकिन हरियाणा हरिकेन के नाम से मशहूर कपिल देव ने कभी डरना सीखा ही नहीं था. शारजाह में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे एकदिवसीय मैच से पहले अभिनेता महमूद के साथ दाऊद इंडियन टीम के ड्रेसिंग रूम में गए और कहा की पकिस्तान को हराने पर मैं पुरी टीम को कार गिफ्ट करूँगा। कपिल पाजी ऐसी बात कहा सुनने वाले थे. उन्होंने दाऊद को डांटते हुए बाहर का दरवाजा दिखाया।
- 1983 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली गयी पारी कपिल की जिंदगी की सबसे यादगार पारी है और इसी पारी की वजह से भारत फाइनल में पहुंचकर पहला वर्ल्ड कप जीत पाया था. उनकी इस पारी में उनके साथी थे उनके जोड़ीदार सैय्यद किरमानी जिन्होंने नौवें विकेट के लिए नाबाद 126 रनों की साझेदारी निभाई, किरमानी ने उस पारी को याद करते हुए कहा, ‘कपिल देव का उत्साह बढ़ाते हुए मैंने उन्हें कहा कि आप दुनिया के धुरंधर बल्लेबाज़ हैं, मैं एक गेंद खेलूंगा, बाकी पांच गेंद आप खेलेंगे’ किरमानी ने कपिल से कहा कि ‘अब करो या मरो जैसी हालत है और हमें मारकर मरना है’. और कपिल ने न सिर्फ यह मैच जीता, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम को अंडरडॉग से दुनिया का सरताज बना दिया।
- कपिल देव बहुत ही भावुक इंसान है और कई मर्तबा वो टीवी पर भी अपने आंसू नहीं रोक पाते। अभी हाल ही में जब करूण नायर ने तिहरा शतक लगाया था तब मैदान पर करुण की माताजी भी मौजूद थी. तब कपिल देव से बात करते हुए पूछा गया, कि जब आप मैदान में खेल रहे हों और आपके माता—पिता मैच देख रहे हों, तो कैसा महसूस होता है? इस पर कपिल की आंखे भर आईं। कपिल ने अपने समय की घटना याद करते हुए कहा, कि एक बार उनकी मां मैच देखने आई थी, तब उन्होंने अर्दशतक बनाया तो रो पड़ी थीं। यही नहीं, धोनी की कप्तानी में जीते गए वर्ल्ड के बाद भी एक टीवी शो पर कपिलदेव से पुछा गया कि आप भारत की जीत के बाद कितनी बार भावुक हुए तो उस समय भी टीवी शो पर कपिल के आंसू नहीं रुक रहे थे.
- कपिल देव संदीप पाटिल की तरह बतौर हीरो तो फिल्मों में नहीं आये लेकिन वो मुझसे शादी करोगी और इकबाल में बड़े परदे पर नजर आये थे. उनपर धोनी की तरह कोई फिल्म तो नहीं बानी है लेकिन जल्द ही कबीर खान क्रिकेट वर्ल्ड कप 1983 पर फिल्म बनाने जा रहे हैं, जिसमें भारतीय टीम के संघर्ष की दास्तान बयां की जाएगी कि किस तरह से टीम इंडिया ने क्रिकेट की दुनिया में परचम लहराया था और कपिल देव की जिंदगी को छुए बिना तो ऐसी फिल्म बन ही नहीं सकती।
- जिस आईपीएल के पीछे आज सारी दुनिया दीवानी है उसकी शुरुआत के पीछे भी कपिल देव का बड़ा हाथ है. कपिल देव ने आईसीएल की शुरुआत की थी जिसमे बहुत से इंटरनेशनल और भारतीय युवा क्रिकेटर्स खेले थे. उस समय बीसीसीआई ने इस लीग को बागी घोषित कर दिया था और कहा था कि जो क्रिकेटर इस लीग से जुड़ा रहेगा वो भारत के लिए कभी नहीं खेल पायेगा। इसी आईसीएल को बंद करने के लिए आईपीएल की शुरुआत की गयी थी.
- कपिल देव के लिए ज़िन्दगी का सबसे मुश्किल और दुखद वक्त तब आया जब भारतीय टीम का कोच रहते हुए उन पर फिक्सिंग के आरोप लगे. इस घटना ने उन्हें अंदर तक तोड़ दिया था और उन्होंने इस्तीफा देकर क्रिकेट से ही दूरी बना दी थी. उन्होंने कहा था कि जिस देश को और जिस खेल को मेने अपनी ज़िन्दगी से ज्यादा प्यार दिया, उस खेल को लेकर मुझ पर उंगलियां उठेगी यह बात मैंने सपने में भी नहीं सोची थी.
- कपिल देव ने पॉमोलिव शेविंग क्रीम के लिए विज्ञापन किया था और उस समय विज्ञापन में क्रिकेटर्स बहुत कम दिखाई देते थे. उनका यह विज्ञापन इतना मशहूर हुआ कि वे जहां जाते लोग उन्हें “पॉमोलिव दा जवाब नहीं” कह कर बुलाते थे.
- उनके साथी क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू उन्हें “चौधरी ” कह कर बुलाते थे वहीं ज्यादातर क्रिकेटर्स उन्हें “कपिल पाजी” कहते थे.