प्रदेश के 92 में से 84 नगर निकायों के चुनाव के लिए रविवार को छुटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है। शाम चार बजे तक 59.97 मतदान हुआ है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हो गया था। दस बजे तक 11 फीसद, 12 बजे तक 30 फीसद और दोपहर दो बजे तक 43 फीसद मतदान हुआ। वहीं, उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर के वार्ड 31 में बेलेट पेपर में पार्षद प्रत्याशियों के चुनाव चिह्न गलत छपने के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया है। यहां अब सोमवार को मतदान होगा।
काशीपुर के वार्ड नंबर 31 का पार्षद पद का चुनाव टला
पार्षद पद के लिए हो रहे मतदान में चुनाव चिह्न बदले जाने से मतदान करीब डेढ़ घंटे प्रभावित रहा। इस बीच प्रशासनिक वार्ता के बाद मेयर पद के चुनाव पर मतदान जारी रहने की घोषणा कर दी गई। जिसके बाद पार्षद प्रत्याशी समर्थक भड़क गए। उन्होंने मेयर और पार्षद पद का चुनाव साथ कराने की मांग की। लोगों को उग्र होते देख पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। वार्ड नंबर-31 के लिए उदयराज हिन्दू इंटर कॉलेज के प्रथम गेट में तीन बूथ बनाए गए हैं। सुबह आठ बजे से मतदान होना शुरू हुआ। आधे घंटे हुई वोटिंग के बाद पता लगा कि बैलट पेपर पर पार्षद प्रत्याशी नजमी के चुनाव चिह्न पंखा की जगह पार्षद प्रत्याशी विलाल का चुनाव चिह्न सिलेंडर, जबकि विलाल के चुनाव चिह्न की जगह नजमी का चुनाव चिह्न छप गया। इस पर चुनाव को रुकवा दिया गया। डेढ़ घंटे चली प्रशासनिक वार्ता के बाद 10 बजे पार्षद पद के लिए सोमवार को मतदान कराए जाने का के साथ ही मेयर प्रत्याशी के लिए मतदान निरंतर जारी रखने का एनाउंस किया गया। इससे पार्षद प्रत्याशियों के समर्थक भड़क गए। उन्होंने दोनों का चुनाव एक साथ कराने की मांग की लेकर चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की। लोगों को उग्र होते देख सीओ राजेश भट्ट व कोतवाल चंचल शर्मा ने कमान संभाली। उन्होंने भीड़ को खदेड़ते हुए चेतावनी कि यदि मतदान केंद्र के पास किसी ने भी कोई अभद्रता या वोटरों को रोकने की कोशिश की। तो उनके खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम रुड़की और नगर पालिका परिषद श्रीनगर व बाजपुर में विभिन्न कार्यों के लंबित रहने के कारण उन्हें मौजूदा चुनाव प्रक्रिया से अलग रखा गया है। बदरीनाथ, गंगोत्री व केदारनाथ निकायों में चुनाव नहीं होते, जबकि सेलाकुई और भतरौंजखान के मामले में कानूनी पेच फंसा है। शेष 84 निकायों के लिए बीती 15 अक्टूबर को अधिसूचना जारी हुई थी और रविवार को चुनाव में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतपेटियों में बंद हो जाएगा।