आयुर्वेदाचार्य डॉ. एम. मुफीक के मुताबिक, गुड़ और जीरे का पानी पीने से सिरदर्द से काफी आराम मिलता है। सिरदर्द के अलावा इसका पानी पीना बुखार में भी लाभदायक होता है। इसके सेवन से हमारे शरीर से विषैले तत्व दूर होते हैं, जिससे हमारा प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है। इससे हमारे शरीर को बीमारियों से लड़ने में सहायता मिलती है। जीरा और गुड़ दोनों ही पेट संबंधी परेशानियों के लिए उत्तम माने जाते हैं। इन दोनों का अलग-अलग सेवन करने से भी गैस, कब्ज, पेट दर्द एवं पेट फूलना आदि समस्याओं से निजात मिलती है।
जीरे और गुड़ का यह मिश्रण नेचुरल बॉडी डिटॉक्स (शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालना) के रूप में कार्य करता है, जिससे आपका पूरा शरीर स्वस्थ और स्वच्छ रहता है। जीरे और गुड़ दोनों में ही लौह तत्व की अधिकता होती है। साथ ही इनमें खनिज एवं पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, जो हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने और उनके निर्माण में सहायक होते हैं। इनका घोल रोजाना पीने से रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है और अल्परक्तता से बचाव होता है। ये हमारे रक्त में मौजूद अशुद्धियों को भी दूर करते हैं।
जीरे और गुड़ से बना घोल महिलाओं के शरीर में हार्मोंस के असंतुलन को नियमित करता है। यह मासिक धर्म की अनियमितता को दूर करने में मददगार होता है और मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द से भी राहत दिलाता है। इसके मिश्रण में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह प्रभावित भाग में रक्त प्रवाह को बढ़ाकर शरीर के दर्द को कुछ हद तक कम करता है। यह प्राकृतिक पेय शरीर के तापमान को कम और नियमित करता है, जिससे बुखार, सिरदर्द और जलन आदि से राहत मिलती है। पीठ का दर्द हो या कमर का दर्द, गुड़ और जीरे का पानी पीने से आपको इन सभी समस्याओं से निजात मिलती है। ये मिश्रण शरीर के दर्द को भी कम करता है।
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