लॉ थर्ड सेमेस्टर का पर्चा लीक होने के मामले में लखनऊ विश्वविद्यालय विधि विभाग के दो प्रोफेसर के निलंबन और परीक्षाएं निरस्त होने के बाद से न्यूू कैंपस का माहौल गरमा गया है। परीक्षा निरस्त होने से छात्रों में आक्रोश है। वहीं लूूटा कार्यकारणी की बैठक में निलंबन का विरोध किया गया।
गुरुवार को लखनऊ विश्वविद्यालय न्यू कैम्पस जानकीपुरम में छात्रों ने शिक्षकों व कमर्चारियों को बंधक बना लिया। इस दौरान एक शिक्षक को पीटने का भी सूचना है। छात्रों ने कैम्पस के गेट पर ताला लगाकर प्रदर्शन भी किया। हंगामा कर रहे छात्रों ने मौके पर वीसी को बुलाने की मांग की। छात्रों ने एलयू वीसी हाय हाय, चीफ प्रॉक्टर वापस जाओ के नारे भी लगाए। वहीं लूूटा कार्यकारणी की बैठक में निलंबन का विरोध किया गया। इस दौरान लुटा अध्यक्ष नीरज जैन ने पूर्व कुलपति पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में साजिश रची गई है।
गौरतलब है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि विभाग के दो प्रोफेसर लॉ थर्ड सेमेस्टर का पर्चा लीक करने के कारण निलंबित किए गए हैं। ये मोबाइल फोन पर एक महिला परीक्षार्थी को इसकी जानकारी दे रहे थे। इनका ऑडियो वायरल होने के बाद कुलपति ने कार्रवाई करते हुए परीक्षाएं निरस्त कर दी है। कुलपति के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली हसनगंज में केस दर्ज हुआ है।
उक्त मामले के सात ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पहला ऑडियो परीक्षा शुरू होने के दो दिन पहले का है। इसमें लविवि के विधि संकाय के वरिष्ठ शिक्षकों के नाम भी लिए गए हैं। ऑडियो में महिला परीक्षार्थी ने अपना नाम शेखर हॉस्पिटल की संचालिका ऋचा मिश्रा बताया है। इसमे दो दिसंबर को हुए ह्यूूमन राइट्स और 10 दिसंबर को लेबर लॉ के पर्चे का जिक्र है।
उधर, ऑडियो वायरल होने के बाद देर शाम विवि प्रशासन ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। इसमें कुलपति एसके शुक्ला ने वायरल ऑडियो के आधार पर लॉ फैकेल्टी के प्रो. आरके सिंह और प्रो. अशोक कुमार सोनकर को निलंबित करने की जानकारी दी। बताया कि अज्ञात महिला परीक्षार्थी और इन शिक्षकों के खिलाफ हसनगंज कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। जांच में जो भी नाम प्रकाश में आएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुलपति ने बताया कि इस बारे में अभी जानकारी नहीं हो सकी है कि महिला परीक्षार्थी लविवि के किस सम्बद्ध महाविद्यालय की छात्रा है। इसकी पड़ताल की जा रही है। वह सिटी लॉ कॉलेज तिवारीगंज में परीक्षा दे रही थी। कुलपति ने मामले की जांच सीबीसीआइडी से कराने के लिए शासन को पत्र लिखा है। इसके साथ ही तृतीय सेमेस्टर परीक्षा निरस्त कर दी है। जल्द ही नया परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया जाएगा।
सिटी लॉ कॉलेज डिबार, लगा पांच लाख का जुर्माना
सिटी लॉ कॉलेज में महिला परीक्षार्थी को अलग कमरे में परीक्षा दिलाने की बात सामने आयी है। कुलपति ने इसलिए कॉलेज को डिबार घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रबंधन और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के निर्देश भी दिए हैं। सिटी लॉ कॉलेज प्रशासन पर पांच लाख रुपये का जुर्माना भी ठोका गया है।