उमस भरी गर्मी में जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) के एसी काम नहीं कर रहे हैं। मेडिसिन आईसीयू का एसी प्लांट फेल होने से 24 घंटे के अंदर पांच मरीजों की मौत हो गई। गंभीर मरीजों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
एसी प्लांट की मरम्मत में लापरवाही के कारण पहले भी सर्जरी और न्यूरो सर्जरी आपरेशन थियेटर के एसी खराब हो चुके हैं। मामला जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य तक जा चुका है। बावजूद इसके न ही अस्पताल के अफसर चेते और न ही प्राचार्य ने सुध ली। इससे समस्या और विकराल हो गई।
मेडिसिन विभाग के इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) के दोनों एसी प्लांट पांच दिनों से गड़बड़ थे। सिस्टम इंचार्ज की लिखित शिकायत को भी गंभीरता से नहीं लिया गया। बुधवार देर रात एसी ने काम करना बंद कर दिया। गर्मी एवं उमस बढ़ने पर आईसीयू की खिड़कियां और दरवाजे खोल दिए गए। मरीजों को राहत देने के लिए तीमारदार हाथ के पंखे से हवा करते रहे।
बुधवार रात 12 बजे से गुरुवार शाम पांच बजे तक पांच मरीजों की मौत हो गई। इनमें दो मरीजों की मौत बुधवार की रात में ही हुई थी, जिन्हें परिवारीजन लेकर चले गए। गुरुवार सुबह हरदोई के संडीला निवासी रसूल बख्श (58) व उन्नाव के एक मरीज ने दम तोड़ दिया। आईसीयू के बेड 12 पर भर्ती आजमगढ़ निवासी मुरारी (56) की शाम 5.20 बजे मौत हो गई।
एसी फेल होने की वजह से नहीं हुईं मौतें
मेडिसिन आईसीयू प्रभारी डॉ. सौरभ अग्रवाल ने बताया कि आईसीयू में गंभीर मरीज ही आते हैं। एसी फेल होने की वजह से मौतें नहीं हुई हैं। हालांकि आईसीयू के एसी प्लांट कई दिनों से खराब हैं। शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। जब बुधवार रात प्लांट ने काम करना बंद कर दिया तब सुबह मरम्मत का कार्य शुरू हुआ।
वहीं, मेडिकल कालेज के जेई विद्युत विनय अवस्थी ने बताया कि आईसीयू में दो एसी प्लांट लगे हैं। बुधवार को ठेकेदार के कर्मचारी आए थे। खराब मोटर मरम्मत के लिए ले गए थे। सुबह मोटर की मरम्मत की गई लेकिन, लगाते ही मोटर जल गई। शुक्रवार सुबह तक प्लांट ठीक होने की उम्मीद है।
“आईसीयू में लाइफ सेविंग सपोर्ट सिस्टम में शामिल एबीजी मशीन और वेंटीलेटर 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ही कार्य करते हैं। तापमान अधिक होने पर इन मशीनों का थर्मोस्टेट (तापमान) गड़बड़ा जाता है और ये काम नहीं कर पाती हैं।आईसीयू में गंभीर मरीज ही भर्ती होते हैं। लाइफ सेविंग सपोर्ट सिस्टम के सही से काम न करने पर मरीजों की मौत तक हो सकती है। एसी खराब होने से बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं। इनका संक्रमण मरीजों की हालत गंभीर कर सकता है।”
– डॉ. सपन गुप्ता, क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट एवं ईएमओ उर्सला अस्पताल
“आईसीयू में गंभीर मरीज ही भर्ती होते हैं। अति गंभीर मरीजों की ही मौत हुई है। इन मौतों का एसी से कोई लेना देना नहीं है। हां, मेडिसिन आईसीयू का एसी प्लांट बुधवार से खराब है। प्रमुख अधीक्षक, सीएमएस व जूनियर इंजीनियर को सूचित कर दिया गया है। प्लांट की मरम्मत के लिए प्रयास जारी है। समस्या पता चल गई है। दोबारा जले कंप्रेशर को ठीक होने में एक दिन का और समय लगेगा। गर्मी से वेंटीलेटर एवं अन्य उपकरण प्रभावित नहीं हुए हैं। सभी ठीक ढंग से काम कर रहे हैं।”
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