यूपीएससी सिविल सर्विसेज का रिजल्ट शुक्रवार को घोषित कर दिया गया. पहले दो नंबर पर राजस्थान ने कब्जा जमाया. इसमें राजस्थान के कनिष्क कटारिया पहले नंबर पर रहे. दूसरे नंबर पर अक्षत जैन रहे. आईआईटी बॉम्बे से बीटेक की पढ़ाई करने वाले कनिष्क कटारिया ने सिविल सेवा 2018 की फाइनल परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया है. वहीं सृष्टि जयंत देशमुख महिला अभ्यर्थियों में शीर्ष पर रही हैं. सम्मिलित सूची में वह पांचवें स्थान पर रही हैं.
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने शुक्रवार को सिविल सेवा की फाइनल परीक्षा के परिणाम घोषित किए. यूपीएससी ने एक बयान में बताया कि आयोग ने आईएएस, आईपीएस और आईएफएस आदि पदों पर नियुक्ति के लिए कुल 759 अभ्यर्थियों के नाम घोषित किये हैं जिनमें 577 पुरुष और 182 महिलाएं हैं.
कटारिया अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में गणित के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की. उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है. उनके पिता सांवरमल वर्मा खुद आईएएस हैं. अब उनके बेटे ने यूपीएससी की परीक्षा में टॉप किया है. उनके ताऊ भी आईएएस रह चुके हैं.
दूसरे स्थान पर राजस्थान के अक्षत जैन हैं. उन्होंने आईआईटी गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की है. उन्होंने कहा कि वह समाजसेवा के लिए सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए थे. जयपुर के रहने वाले अक्षत के पिता IPS DC जैन हैं. मां भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी हैं.
सृष्टि पहले ही प्रयास में पास
भोपाल की रहने वाली सृष्टि महिलाओं की श्रेणी में पहले नंबर पर हैं. उनका कहना है कि ये मेरा पहला प्रयास था. लेकिन मैंने पूर्व में ही तय कर लिया था कि मेरा पहला प्रयास ही आखिरी प्रयास होगा. लेकिन मैं अपने परिवार के सपोर्ट के कारण ये सब हासिल कर पाई. राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल से बीई (केमिकल इंजीनियरिंग) की पढ़ाई करने वाली सृष्टि देशमुख महिला अभ्यर्थियों में शीर्ष पर हैं.
सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2018 तीन जून, 2018 को हुई थी. इस परीक्षा में 10,65,552 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था जिनमें से 4,93,972 लोगों ने भाग लिया. सितंबर-अक्टूबर 2018 में हुई लिखित (मुख्य) परीक्षा में भाग लेने के लिए कुल 10,468 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए. फरवरी-मार्च 2019 में हुए व्यक्तित्व परीक्षण के लिए कुल 1994 अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की. यूपीएससी के शीर्ष 25 अभ्यर्थियों में 15 पुरुष और 10 महिलाएं हैं.