रुद्रप्रयाग: राजकीय महाविद्यालय जखोली में स्नातकोत्तर स्तर पर विषयों की स्वीकृति एवं रिक्त पड़े पदों पर शिक्षकों की तैनाती समेत कई मांगों को लेकर छात्रों के साथ मयाली तिराहा पर दो घंटे जाम रखा। इस दौरान छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की, जिससे मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। मौके पर पहुंचे एसडीएम जखोली देवमूर्ति यादव के मौखिक आश्वासन के बाद ही छात्रों ने जाम खोला।
तय कार्यक्रम के तहत शनिवार को महाविद्यालय छात्र संघ छात्र संघ अध्यक्ष अंकित नेगी और महासचिव कामिनी भट्ट के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्र मयाली पहुंचे, जिसके बाद छात्रों ने स्नातकोत्तर स्तर पर विषयों की स्वीकृति एवं रिक्त पदों पर शिक्षकों की तैनात समेत कई मांगों को लेकर सुबह 10 बजे तिलवाड़ा-मयाली-घनसाली एवं मयाली-जखोली मोटरमार्ग तिराहा पर जाम लगा दिया। इस दौरान छात्रों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
छात्रों के प्रदर्शन के कारण मोटरमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगने से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इस अवसर पर छात्र नेताओं ने कहा कि महाविद्यालय अपने स्थापनाकाल से ही अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है, लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से इस महाविद्यालय की अनदेखी की जा रही है। सरकारों की ओर से कई बार जखोली महाविद्यालय के लिए घोषणाएं भी की गई, लेकिन वह आज तक धरातल पर नहीं उतर सकी।
कहा कि लंबे समय से अंग्रेजी, राजनीतिक विज्ञान, अर्थशास्त्र के शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं, जिससे छात्रों का भविष्य अधर में लटका है। अधिकांश छात्रों को यहां से पलायन को मजबूर होना पड़ता है। इसके अलावा, स्नातकोत्तर स्तर पर राजनीति विज्ञान के अलावा अर्थशास्त्र, हिंदी, अंग्रेजी, भूगोल, इतिहास, संस्कृत, समाज शास्त्र आदि विषयों की संस्थागत रूप में स्वीकृति देने, स्नातक स्तर पर कला व विज्ञान के सभी विषयों को स्वीकृति देने, पुस्तकालय एवं छात्र संघ भवन निर्माण, खेल मैदान निर्माण, चारदीवारी निर्माण, महाविद्यालय आवाजाही हेतु सड़क मार्ग पर डामरीकरण व मरम्मतीकरण, महाविद्यालय प्रशासन के कार्यों में पादर्शिता होना समेत कई मांगें शामिल हैं।
दोपहर 12 बजे पहुंचे एसडीएम जखोली देवमूर्ति यादव ने छात्रों को महाविद्यालय की समस्याओं के निराकरण को लेकर मौखिक आश्वासन दिया, जिसके बाद ही छात्रों ने अपना चक्का जाम समाप्त किया। छात्रों ने यह भी कहा कि यदि समेत रहते उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो उन्हें मजबूरन क्रमिक व आमरण अनशन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। चक्काजाम करने वालों में छात्र संघ अध्यक्ष अंकित नेगी, महासचिव कामिनी भट्ट, विवि प्रतिनिधि कुलदीप भारती, अरविंद बुटोला, विजय प्रकाश, सुभाष, संजू, अराधना, रवीना, सोनम, अंजली, सीमा समेत कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थी।