देहरादून: अगले वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट जन सुझावों के आधार पर बनेगा। आम लोगों को कैसा बजट चाहिए, इसे लेकर सरकार उनके सुझाव लेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत खुद छह स्थानों पर ‘आपका बजट आपकी राय’ कार्यक्रम के जरिये लोगों से फीडबैक और सुझाव लेंगे।
विधानसभा का बजट सत्र गैरसैंण में तय किया जा चुका है। अगले वित्तीय वर्ष के तैयार किए जा रहे बजट में इस बार आम जनता की भूमिका भी तय की जा रही है। लोगों के सुझावों के आधार पर बजट को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके लिए सरकार जनता के सुझाव लेगी। सुझाव लेने के लिए जनता को सरकार के पास नहीं पहुंचना होगा, बल्कि सरकार खुद आम लोगों के पास पहुंचेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुद इस दिशा में पहल की है।
बजट से पहले छह चरणों में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े लोगों के बीच जाकर मुख्यमंत्री अलग-अलग विषयों पर बजट के लिए लोगों के सुझाव मांगेंगे। इनमें अहम सुझावों को राज्य में बजट में शामिल किया जाएगा। इस कड़ी में सबसे पहले 13 फरवरी को यमुनोत्री में किसानों के बीच जाकर मुख्यमंत्री उनकी राय लेंगे।
इसके बाद पिथौरागढ़ में बजट के लिए महिलाओं के सुझाव लिए जाएंगे। अगले चरण में मुख्यमंत्री हरिद्वार में किसानों के बीच पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री हल्द्वानी में पूर्व सैनिकों के बीच बजट को लेकर उनके सुझाव लेंगे। अंतिम दो चरणों में मुख्यमंत्री पहले उद्यमियों और फिर युवाओं से संवाद करेंगे। बजट में अलग-अलग जन अपेक्षाओं का ध्यान रखा जाएगा। उधर, सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि गैरसैंण में 20 मार्च से बजट सत्र का आयोजन कर सरकार ने जन भावनाओं का सम्मान किया है। राज्य आंदोलनकारियों के सपने जल्द साकार होंगे।