आम के पत्तों में कैफिक एसिड जैसे फिनॉलिक, मैगीफेरिन जैसे पॉलिफिनॉल्स, गैलिक एसिड, फ्लेवोनोइड्स और कई अस्थाई यौगिकों जैसे घटक पाए जाते हैं। ये सभी गुण आम को अच्छा एंटी-डायबिटीक, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी-एलर्जिक प्राकृतिक उत्पाद बनाते हैं। आम के पत्तों का अर्क डायबिटीज और अस्थमा के इलाज में प्राचीन काल से उपयोग किया जाता है।
इस तरह काम आता है आम का पत्ता
जानकारी के अनुसार आम की पत्तियां ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करने में मददगार होती हैं। आम के पत्तों में टैनिन नाम का तत्व पाया जाता है। यह शरीर में इंसुलिन के उत्पादन और ग्लूकोज का स्तर बढ़ाकर ब्लड शुगर का स्तर कम करते हैं। आम की पत्तियां डायबिटीक रेटिनोपैथी का बेहतर इलाज होती हैं। फलों के साथ आम की पत्तियों में भी विटामिन ए पाया जाता है। इस वजह से ये आंखों के लिए बेहतरीन औषधि होते हैं।
और भी होंगे कई फायदे
इसी के साथ आम के पत्ते फाइबर, पैक्टिन और विटामिन सी से भरपूर होते हैं। यह शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं। आम के फल में फ्लेवोनॉइड्स होते हैं जो लिपिड लेवल को कम करके धमनियों को स्वस्थ बनाते हैं। डायबिटीज के चलते किडनी फेल होना बेहद आम है। अनियंत्रित ब्लड शुगर लेवल से यह बड़ी समस्या सबसे पहले होती है। आम का सेवन करने से इस समस्या से बचने में काफी मदद मिलती है।