क्या आपने कभी जलपरी देखी है। शायद नहीं देखी होगी। हम आपको राजस्थान के कोटा में रह रही एक महिला के बारे में बताते हैं जिसके गर्भ में एक जलपरी पल रही थी। हैरान है ना ये सुनकर ये आप लेकिन ये सच है।
ये है मामला
दरअसल कोटा के जेकेलोन अस्पताल में जब इस गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड हुआ तो सभी डाक्टर्स बच्चे को देखकर चौंक गए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस नवजात बच्चे का निचला हिस्सा मछली जैसे आकार का था।
32 वर्षीय गर्भवती महिला की सोनोग्राफी कर रहे डॉक्टर्स ने बताया कि इस तरह का केस उनके लिए पहला था। उन्होंने केस को लेकर विभाग में एसोसिएट प्रोफेसरों से डिस्कस किया और इस नवजात को केस स्टडी करने के लिए चुन लिया।
बता दें कि ये नवजात 17 सप्ताह का था जो बिल्कुल जलपरी जैसे दिख रहा था। देर रात जब महिला का प्रसव हुआ तो रेडियोलॉजी विभाग की टीम वहां पहुंची, मृत बच्चे का एक्स-रे कराया गया, ताकि भविष्य में अध्ययन में काम आए।
भारत का 10वां केस
इस नवजात की रीड़ की हड्डी का निचला हिस्सा मछली के आकार का था। डॉक्टरों ने बताया की महिला के पेट में पल रहे इस नवजात की किडनी में पथरी था जिसकी वजह से वहां खूब सूजन थी।
बताया जाता है कि ये दुनिया में अबतक 300 ऐसे केस आ चुके है, जिसमें भारत का यह 10 वां केस है। बता दें कि मेडिकल साइंस में इस बीमारी को जलपरी या मरमेड कहा जाता है।