रुद्रप्रयाग: लगातार हो रही बर्फबारी के बीच जिले के डीएम मंगेश घिल्डियाल आठ किमी बर्फ में पैदल चलकर केदारनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने यहां चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दिए तथा पुनर्निर्माण कार्य में जुटे मजदूरों से बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में जाना।
वहीं रविवार को मुख्य सचिव व जिंदल ग्रुप के अधिकारियों को भी केदारनाथ पहुंचना था, लेकिन अधिक बर्फबारी के कारण वे गुप्तकाशी तक ही हेलीकाप्टर से पहुंच पाए और यहीं से वापस देहरादून चले गए। केदारनाथ में यात्रा तैयारियों के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत चल रहे निर्माण कार्यो के निरीक्षण के लिए डीएम मंगेश शनिवार को केदारनाथ के लिए रवाना हुए।
भीमबली पहुंचने पर काफी तेज बर्फबारी शुरू हो गई। लगभग आठ किमी बर्फबारी के बीच देर रात्रि को डीएम केदारनाथ पहुंचे। रविवार सुबह डीएम ने सबसे पहले मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति को देखा। इसके बाद मंदिर के सामने बनाए जा रहे पैदल मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान केदारनाथ बायोमेट्रिक में लोनिवि के कर्मचारियों को बुलाकर उनकी बैठक ली। प्रत्येक कर्मचारी व मजदूर से उनकी समस्याएं पूछी। पैदल मार्ग पर लगाए जाने वाले स्थानीय पत्थर की जानकारी ली। साथ ही पैदल मार्ग की जद में आने वाले मकान को हटाने को लेकर भी जानकारी ली।
डीएम ने छोटी लिनचोली से बड़ी लिनचोली तक पैदल मार्ग पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। अप्रैल बीस तारीख तक पूरे रास्ते का मरमतीकरण सुधारीकरण के निर्देश दिए। यात्रा मार्ग पर समस्त ग्लेशियर से प्रभावी उपचार करने के निर्देश दिए। कहा कि केदारनाथ आने वाले यात्रियों को किसी समस्या का समान कन करना पड़े इसका पूरा ध्यान अधिकारी रखें। गौरीकुंड से केदारनाथ तक पूरे यात्रा मार्ग पर रैलिग लगाने के निर्देश दिए। जिन तीर्थपुरोहितों के घर पैदल मार्ग के चौड़ीकरण में आए हैं, उनके भवनों का पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।