अगले हफ़्ते से उत्तर प्रदेश के किसानों के घर खुशख़बरी की चिट्ठी पहुंचने लगेगी. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 17 अगस्त को लखनऊ में किसानों को कर्ज माफ का सर्टिफ़िकेट देंगें. पीएम नरेन्द्र मोदी ने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था.
योगी सरकार ने कैबिनेट की पहली बैठक में ही किसानों के फसली कर्ज माफ करने का फैसला किया था. हालांकि ये सुविधा सिर्फ़ लघु और सीमांत किसानों को ही मिलेगी, जिनके पास पांच एकड़ खेती वाली जमीन है और जिन्होंने एक लाख रूपये तक का कर्ज ले रखा है. यूपी में ऐसे 86 लाख किसान हैं.
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किसानों के कर्ज माफ करने के लिए यूपी सरकार को 36 हज़ार करोड़ रूपयों की ज़रूरत है, लेकिन जब बैंकों से जानकारी ली गई तो ये आंकड़ा क़रीब 34 हज़ार करोड़ तक रह गया.
लखनऊ में किसानों को खुद सीएम योगी प्रमाण पत्र देंगे तो बाक़ी 74 जिलों में वहां के प्रभारी मंत्री यही काम करेंगें.