Meerut : बीएसपी प्रमुख मायावती ने सोमवार को मेरठ की रैली में बीजेपी पर बड़े आरोप लगाए। मायावती ने कहा कि ईवीएम को लेकर हमारे आरोपों से लोगों का ध्यान हटाने और सियासी फायदे के लिए सहारनपुर में जातिय दंगे कराए गए। गौरतलब है कि मायावती ने अपनी सियासी ताकत की आजमाइश के लिए पश्चिमी यूपी में रैलियों के साथ नई कवायद की शुरुआत की और मेरठ में पहली रैली सोमवार को की।
राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद मायावती की ये रैली है। बीएसपी की इस रैली में मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के कार्यकर्ता शामिल होने का दावा है।बीएसपी मेरठ के महारैली में भीड़ जुटाकर विरोधी दलों को अपनी ताकत का एहसास कराने के साथ-साथ खिसकते जानाधार की बात करने वालों को भी वो मुंहतोड़ जवाब देना चाहती हैं।
हर किसी के बैठने की जगह निर्धारित :
रैली स्थल पर मेरठ, सहानरपुर और मुरादाबाद मंडल के वर्करों के बैठने के लिए 3 अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं, ताकि यह पता रहे कि किस मंडल से कितनी भीड़ आई। महिलाओं के बैठने के लिए मंच के बिल्कुल सामने जगह बनाई गई है। महिला बीबीएफ की वर्कर उनकी जिम्मेदारी संभालेंगी।
मोदी-योगी होंगे निशाने पर :
मेरठ की महारैली में माना जा रहा है कि बीएसपी सुप्रीमो के निशाने पर पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी होंगे। बीएसपी नेता हाजी याकूब कैरशी ने कहा कि बहनजी इस महारैली में दलित उत्पीड़न के मुद्दे को उठाएंगी। कुरैशी ने कहा यूपी में योगी सरकार के आने के बाद राज्य में दलितों के साथ लगातार उत्पीड़न हो रहा है।
40 विधानसभा के लोग होंगे एकजुट :
मेरठ लोकसभा के प्रभारी हाजी याकूब कुरैशी ने बताया कि 40 विधानसभा के पार्टी कार्यकर्ता मेरठ की रैली में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में लोग उन्हें सुनने के लिए बेताब हैं। ऐसे में काफी तादाद में भीड़ जुटने का अनुमान है।
रैली को सफल बनाने का मूलमंत्र :
मेरठ की महारैली में हर विधानसभा से करीब 10 हजार से 15 लोगों के आने का अनुमान है। मेरठ के सरधना से प्रत्याशी रहे हाफिज इमरान याकूब ने कहा कि मेरठ की रैली एक ऐतिहासिक रैली होगी और करीब 5 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी।