मैच में चार ओवर में 15 रन देकर दो विकेट लेने वाले जयदेव उनाडकट को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया। यही नहीं, सीरीज में किफायती गेंदबाजी करते हुए चार विकेट लेने के लिए उनाडकट को ही मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया।
यहां से श्रेयस अय्यर (30) और मनीष पांडे ने तीसरे विकेट के लिए 42 रन की साझेदारी करके टीम इंडिया की स्थिति संभालने की कोशिश की। मगर तभी मनीष पांडे के स्ट्रेट ड्राइव पर श्रेयस रनआउट हो गए। पांडे ने जो शॉट खेला तो गेंदबाज अकिला धनंजय का हाथ लगा, तब अय्यर क्रीज से बाहर थे। जल्द ही हार्दिक पांड्या (4) भी पवेलियन लौटे। उन्हें शनाका ने विकेटकीपर निरोशन डिकवेला के हाथों कैच आउट कराया।
फिर 29 गेंदों में चार चौको की मदद से 32 रन बनाने वाले मनीष पांडे भी दनुश्का शनाका की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। इसके बाद धोनी और कार्तिक ने टीम इंडिया को जिताकर ही दम लिया। श्रीलंका की तरफ से दासुन शनाका और दुश्मंथा चमीरा ने दो-दो विकेट लिए।
सुंदर के लिए यह विकेट बेहद स्पेशल रहा क्योंकि यह उनके टी20 इंटरनेशनल करियर का डेब्यू विकेट रहा। पारी के चौथे ओवर में उनाडकट ने खतरनाक ओपनर उपुल थरंगा (11) को डीप स्क्वायर लेग में हार्दिक पांड्या के हाथों कैच आउट कराकर श्रीलंका को जोरदार झटका दिया।
तीन विकेट जल्दी-जल्दी गिरने के बाद असेला गुनारत्ने और सदीरा समरविक्रमा (21) ने चौथे विकेट के लिए 38 रन जोड़े और टीम का स्कोर 50 रन के पार लगाया। मगर हार्दिक पांड्या की गेंद पर समरविक्रमा बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में मिडऑफ पर दिनेश कार्तिक को आसान कैच थमाकर पवेलियन लौटे।
फिर कुलदीप यादव ने दनुश्का गुनाथिलाका (3) को डीप मिडविकेट पर हार्दिक पांड्या के हाथों कैच आउट कराकर मेहमान टीम को पांचवां झटका दिया। श्रीलंकाई कप्तान थिसारा परेरा (11) भी टीम की स्थिति को संभाल नहीं पाए और सिराज की गेंद पर शॉर्ट मिडविकेट पर रोहित शर्मा को आसान कैच थमाकर पवेलियन लौटे।
इसके बाद गुनारत्ने ने दासुन शनाका के साथ 26 रन की साझेदारी की और टीम को 100 रन के पार लगाया। फिर पांड्या ने गुनारत्ने को मिडविकेट पर कुलदीप यादव के हाथों की शोभा बनाया। टीम इंडिया की तरफ से जयदेव उनाडकट और हार्दिक पांड्या ने दो-दो विकेट चटकाए। वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव को एक-एक सफलता मिली।