स्पेशल विजिलेंस ब्यूरो के जाल में फंसे आईएएस अधिकारी दीपक आनंद की भ्रष्ट आचरण की सबसे पहले शिकायत आरजेडी के विधायक केदार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की थी. सारण जिले के बनियापुर विधानसभा विधायक केदार सिंह ने आईएएस अधिकारी दीपक आनंद की शिकायत की थी.
छपरा में 31 जनवरी 2017 को निश्चय यात्रा की समीक्षा बैठक में केदार सिंह ने मुख्यमंत्री और तमाम अधिकारियों के बीच तत्कालीन छपरा जिलाधिकारी दीपक आनंद की पोल खोल कर रख दी. उस समय जिलाधिकारी भी बैठक में मौजूद थे. केदार सिंह जब लगातार उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे, तब उस बैठक में साउंड सिस्टम को खराब कर दिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसको लेकर जिलाधिकारी दीपक आनंद को फटकार भी लगाई थी.
3 जनवरी 2018 को केदार सिंह को यह खुशखबरी मिली कि जो शिकायत उन्होंने की थी, उस पर कार्रवाई शुरू हो गई. गुरूवार को लगातार दुसरे दिन स्पेशल विजिलेंस ब्यूरों ने दीपक आनंद के कई ठिकानों पर छापामारा.
पटना के सर्किट हाउस मे पिछले कई महीने से अपने स्थापन की प्रतीक्षा कर रहे दीपक आनंद की पत्नी शिखा रानी के कटिहार मेडिकल कालेज हास्टल में भी गुरुवार को फिर छापेमारी की गई. दीपक आनंद के पटना के मशहूर मॉल में दो दुकानों का पता चला है, जिनकी कीमत करोडों में हैं. ये दुकानें दीपक आनंद की पत्नी के नाम पर हैं.
स्पेशल विजिलेंस ब्यूरों ने बुधवार को पटना सीतामढ़ी, बांका और झारखंड में छापेमारी की थी, जिसमें करोड़ों की चल-अचल सम्पति का पता चला है.
केदार सिंह ने न सिर्फ छपरा के तत्कालीन जिलाधिकारी दीपक आनंद पर आरोप लगाए, बल्कि उस समय के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार राज और उपविकास आयुक्त पर भी भ्रष्टाचार के खुलेआम आरोप लगाए. केदार सिंह ने कहा कि कि छोटे-छोटे अधिकारी और स्टाफ के द्वारा पता चला कि बालू में भी DM साहब के मार्फत वसूली किया जाता है और उसमें जो तत्कालीन SP थे, वहां उनके द्वारा भी वसूली की जाती थी.
केदार सिंह ने कहा कि हमारे पास बहुत सबूत था. 10 रुपये के नोट पर बालू का निष्कासन होता था और डोरीगंज से लेकर रिविलगंज के बीच में दारू की दुकानें चलती थीं. यहां डायरेक्ट SP साहब, थानादार लोगों के माध्यम से पैसा वसूलवाते थे. जिले का एक-एक आदमी कहने के लिए तैयार था. हर जगह लोग हम लिख कर दिए हैं. हो सकता है कि SP साहब पर भी कार्रवाई हो. विकास आयुक्त पर के बारे में भी लिख कर दिए थे, उन पर भी कार्रवाई होगा, हमको पूर्ण विश्वास है. हांलाकि एसपी और डीडीसी पर अभी कार्रवाई नही शुरू हुई है.
दीपक आनंद को पटना में मकर संक्रांति के दिन हुई नाव दुर्घटना के बाद छपरा के डीएम पद से हटाया गया. माना जाता है कि दीपक आनंद के आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से अच्छे सम्बंध रहे हैं. हांलाकि शिकायत के एक साल बाद कार्रवाई हुई तो आरजेडी के विधायक की शिकायत पर.