वेस्ट बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी अपनी एमआरआई रिपोर्ट देख हैरत में पड़ गईं. कोलकाता के एक नर्सिग होम ने सीएम ममता बनर्जी एपेंडिसाइटिस बताया है. खास बात यह है कि कई साल पहले ऑपरेशन के जरिए ममता बनर्जी अपेंडिक्स को निकलवा दिया था, लेकिन रिपोर्ट में अपेंडिक्स का मौजूद होना बताया गया है.
हॉस्पिटल पर मढ़ा दोष
ममता बनर्जी विधानसभा में प्राइवेट अस्पतालों की खराब स्थिति के बारे में अनुभव साझा करते हुए कहा- “मैं एक बार शहर के एक नर्सिग होम में भर्ती हुई थी और एक एमआरआई (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) टेस्ट कराया गया. हालांकि मेरा अपेंडिक्स पहले के एक ऑपरेशन में ऑपरेशन में निकाल दिया गया था, लेकिन टेस्ट में पता चला अपेंडिक्स मौजूद है.”
ममता ने कहा, “जब मैंने यह बात डॉक्टर को बताई तो वह भी रिपोर्ट को लेकर हैरान थे.” वेस्ट बंगाल की सीएम ने विधानसभा में यह बयान वेस्ट बंगाल क्लिनिकल एटेब्लिसमेंट्स बिल , 2017 के रखे जाने और पारित होने के दौरान दिया.
ये सलाह दी अधिकारियों को
ममता ने कहा कि उस दौरान उन्होंने नर्सिग होम ऑफिसर्स को एमआरआई स्कैनर बदलने की सलाह दी, क्योंकि इस तरह की गलत रिपोर्ट मरीजों के लिए खतरनाक हो सकती हैं. सीएम ने कहा, “मैंने नर्सिग होम के ऑफिसर्स से कहा कि उन्हें मशीन बदल देनी चाहिए, या तो मशीन खराब है या इसके मेंटेनेंस में कमी है. इस तरह की इन्वेस्टिगेशन किसी के लिए भी खतरनाक हो सकती है.”
नहीं बताया नर्सिंग होम का नाम
ममता ने नर्सिग होम का नाम बताने से इनकार कर दिया. विधानसभा में शुक्रवार को पेश किए गए नए बिल में राज्य के प्राइवेट हेल्थ फैसिलिटी प्रोइवाइडर के खिलाफ कई तरह के एक्शन उपायों को शामिल किया गया. इसमें कई नए रूल्स भी शामिल हैं, जैसे एक्सिडेंट , रेप, एसिड अटैक और आपदा पीड़ितों के ट्रीटमेंट से इनकार नहीं किया जा सकेगा.