मध्यप्रदेश में सोमवार को भीषण गर्मी रही। यहां का तापमान 48 डिग्री पार हो गया। आने वाले दो दिन में भी भीषण गर्मी पड़ने की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है।
मध्यप्रदेश में नौतपा के तीसरे दिन गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। इसके बाद मौसम विभाग में अगले दो दिन के लिए गर्मी और बढ़ने की चेतावनी दी है। लोगों को कहा गया है कि इस भीषण गर्मी में विशेष सावधानी बरतें। मंगलवार को ‘नौतपा’ का चौथा दिन है, जिससे पूरे राज्य में गर्मी बढ़ने की उम्मीद है। सुबह से ही चिलचिलाती धूप लोगों को परेशान करेगी। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत 46 जिलों में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक, प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी पड़ रही है। उत्तरी भाग भी काफी गर्म है। आने वाले सप्ताह में भी यही स्थिति बनी रहेगी।
भीषण लू का रेड अलर्ट
जबलपुर, निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़, शहडोल और सिंगरौली जिले में भीषण लू का अलर्ट जारी किया गया है।
लू का येलो अलर्ट
ग्वालियर, उज्जैन, धार, खरगोन, खंडवा, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, राजगढ़, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुरकलां, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और कटनी। बाकी जिलों में भी तेज गर्मी रहेगी।
29 मई को भी प्रदेश में लू का येलो अलर्ट
लू का येलो अलर्ट जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, कटनी, पन्ना, सतना, मैहर, शहडोल, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, राजगढ़, आगर- मालवा, शाजापुर, देवास, धार, खरगोन, खंडवा। बाकी जिलों में भी गर्मी का असर देखने को मिलेगा।
लू के दौरान क्या करें और क्या न करें
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार, लू की स्थिति मे शारीरिक तनाव हो सकता है, जिसके परिणाम स्वरूप मृत्यु भी हो सकती है। लू के प्रभाव को कम करने और हीट स्ट्रोक के कारण गंभीर बीमारी या मृत्यु को रोकने के लिए, आप यह उपाय कर सकते हैं।
दोपहर 12 बजे से 3 बजे के दौरान धूप में बाहर निकलने से बचें जरूरत हो तब ही बाहर निकले। हल्के रंग के, ढीले और आरामदायक सूती कपड़े पहनें। धूप में बाहर जाते समय सुरक्षात्मक चश्मे, छाता,टोपी और जूते का उपयोग करें। अपने घर को ठंडा रखने के लिए पर्दे, शटर या सनशेड का उपयोग करें और रात में खिड़कियां खोलें। जब बाहर का तापमान अधिक हो तो अधिक श्रम वाली गतिविधियों नहीं करे। यात्रा करते समय अपने साथ शीतल 2,3 पेयजल रखें।
शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड युक्त शीतल पेय का सेवन नहीं करे, जो शरीर को निर्जलित करते हैं। उच्च प्रोटीन युक्त भोजन और बासी भोजन का सेवन न करे। पर्याप्त मात्रा मे जल पियें। पार्क किए गए वाहनों में बच्चों को या पालतू जानवरों को न छोड़ें। यदि आप अचेत अथवा अस्वस्थ महसूस करते हैं, तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श ले। घर पर बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ, ओआरएस आदि का उपयोग करें जो शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करता है। जानवरों को छाया में रखें और उनके लिए पर्याप्त जल का प्रबंध करे।
लू से प्रभावित व्यक्ति के उपचार के लिए सुझाव
व्यक्ति को छाया मे लिटाये और उसके शरीर को गीले कपड़े से बार-बार पोंछें या धोएं। शरीर के तापमान को कम करने के लिए सामान्य तापमान का पानी सिर पर डालें। शरीर को हाइड्रेट करने के लिए ओआरएस, घर पर बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ आदि पिलाये। अगर रोगी को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता है तो तत्काल निकट के स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं क्योंकि हीट स्ट्रोक घातक हो सकता है। गर्मी की लहर के दौरान गर्म वातावरण के धीरे-धीरे संपर्क में आने से अनुकूलन प्राप्त होता है। गर्मी के मौसम के दौरान ऐसा कोई व्यक्ति जो ठंडी जलवायु से गर्म जलवायु में आया हो उन्हें एक सप्ताह तक बाहरी वातावरण में नहीं घूमना चाहिए जब तक वह इसके अनुकूल न हो जाए ।