भारत ने लश्कर-ऐ-तैयबा और जैश-ऐ-मोहम्मद के खिलाफ आतंकी कार्रवाई की मांग दोहराई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिध सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि पाकिस्तान के सपोर्ट से चल रहे इन दोनों संगठनों को तत्काल प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे समूहों पर निश्तिचतौर पर ध्यान देना होगा। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि इनसे जुड़े आतंकवादियों को छुपने की जगह न मिले। ये आतंकवादी संगठन अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हैं और अफगानिस्तान के बाहर शरण देने वाले सहयोगी भी मिल जाते हैं।
संयुक्त राष्ट्र में सैयद अकबरुद्दीन ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को कहा है कि वह जैसा बोएगा, वैसा ही काटेगा। मेरे दोस्त, अगर तुम्हारे अंदर जरा सी भी समझ है, तो शांति के सिवा कुछ और उगाने की कोशिश मत करो।
चीन को भी ठहराया जिम्मेदार
संयुक्त राष्ट्र में सैयद अकबरुद्दीन ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को कहा है कि वह जैसा बोएगा, वैसा ही काटेगा। मेरे दोस्त, अगर तुम्हारे अंदर जरा सी भी समझ है, तो शांति के सिवा कुछ और उगाने की कोशिश मत करो।
चीन को भी ठहराया जिम्मेदार
सैय्यद अकबरुद्दीन ने इस मामले में चीन को भी जिम्मेदार ठहराया है। आरोप लगाते हुए कहा गया है कि चीन ने कई बार आतंकवादी संगठनों को प्रतिबंध से बचाए रखा है। चीन ने अल-कायदा और उसके कई सहयोगी संगठनों के खिलाफ कारवाई से पाकिस्तान के जहर पर प्रतिबंध लगाने के भारत के प्रयासों को भी अवरूद्ध किया।
अकबरुद्दीन ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को चेताया कि सीमा-पार आतंकवाद को प्रायोजित करने का नुकसान उसे भी झेलना पड़ेगा और वह जैसी हरकतें करेगा, वैसा ही नतीजा पाएगा।
अकबरुद्दीन ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को चेताया कि सीमा-पार आतंकवाद को प्रायोजित करने का नुकसान उसे भी झेलना पड़ेगा और वह जैसी हरकतें करेगा, वैसा ही नतीजा पाएगा।